टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (29 जून 2023): देश में इन दिनों यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर व्यापक चर्चा शुरू हो चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीते दिनों मध्यप्रदेश के भोपाल में भारतीय जनता पार्टी के कार्यक्रम मेरा बूथ सबसे मजबूत कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि अब जरूरत है एक देश एक कानून की। इसे लेकर नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब एक परिवार में 5 सदस्य हैं और पांचों सदस्यों के लिए अलग-अलग कानून हो तो देश आगे कैसे बढ़ेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस बयान के बाद पूरे देश में अब चर्चा शुरू हो चुकी है कि आखिर कब एक देश और एक कानून के फार्मूले पर यूनिफॉर्म सिविल कोड केंद्र सरकार द्वारा लाया जाएगा। इस मुद्दे को लेकर टेन न्यूज ने दिल्ली स्थित कनॉट प्लेस में मौजूद कुछ लोगों से बातचीत की और समझा कि आखिर इस मुद्दे को लेकर देश की जनता क्या सोचती है।
इस बीच टेन न्यूज से बातचीत करते हुए अमरेंदर सिंह ने कहा कि एक देश और एक कानून अब देश में लागू होना चाहिए। यूनिफॉर्म सिविल कोड का समर्थन करते हुए अमरिंदर सिंह ने कहा कि जब हमारा देश आजाद हुआ तभी संविधान में इसका जिक्र किया गया। लेकिन अभी तक इस देश में एक देश और एक कानून लागू नहीं हुआ है यह देश का दुर्भाग्य है।
अमरिंदर सिंह ने कहा कि जब संविधान में समानता का अधिकार दिया गया राइट टू इक्वलिटी का उल्लेख है। जो लोग पूर्व में सरकार में थे उन्होंने इसका दुरुपयोग किया। आज वही लोग यूनिफॉर्म सिविल कोड का विरोध कर रहे हैं। जो लोग धारा 370 का विरोध करते हैं जो लोग ट्रिपल तलाक जैसे मुद्दों का विरोध करते हैं वही लोग आज यूनिफॉर्म सिविल कोड का विरोध कर रहे हैं।
अमरिंदर सिंह ने कहा कि पूर्व की सरकारें द्वारा लगातार देश को बांटने का काम किया गया। कश्मीर के लिए अलग कानून बनाया गया, गरीबों के लिए अलग कानून बनाया गया, एससी एसटी के लिए अलग कानून बनाया गया उन्होंने सिर्फ सत्ता में रहने के लिए गरीबों का इस्तेमाल किया है। अब जब एक देश एक कानून की बात हो रही है चाहे वह राजा का बेटा हो या गरीब का बेटा हो सबके लिए समान कानून होगा तो विरोधियों के पेट में दर्द हो रहा है।
यूनिफॉर्म सिविल कोड पर टेन न्यूज से बात करते हुए सुरेश शर्मा ने कहा कि यूनिफॉर्म सिविल कोड से किसी को भी आपत्ति नहीं है। वही लोग आज परेशान हो रहे हैं जो देश में कानून को नहीं मानते हैं, जो चार चार शादियां करते हैं जो मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक के मुद्दे पर घर से बेघर कर देते हैं। आज वही लोग परेशान हैं इसमें आपत्ति की क्या बात है। विपक्ष तुष्टिकरण की बात कर रहा है विपक्ष की तमाम पार्टियों ने सिर्फ मुसलमानों को वोट के लिए इस्तेमाल किया।
यूनिफॉर्म सिविल कोड पर बात करते हुए जगत प्रकाश ने बताया कि यह तो बहुत पहले लागू हो जाना चाहिए था जिसमें यह तो हमारे संविधान में कहा गया है लेकिन अभी तक लागू नहीं हुआ। यूनिफॉर्म सिविल कोड अभी तक लागू नहीं हुआ है इसके लिए पिछली सरकार जिम्मेदार है। आज इस कानून की बात हो रही है तो विपक्ष को आपत्ति किस बात की है।
बड़ा सवाल यह है कि जिस तरह से पीएम के भाषण और यूनिफॉर्म सिविल कोड पर चर्चा के बाद सियासत गरमा गई है, तो क्या केंद्र सरकार आगामी लोकसभा चुनाव से पहले यूनिफॉर्म सिविल कोड लानेवाली है?