टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (13/04/2023): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज गुरूवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राष्ट्रीय रोजगार मेले में शामिल हुए और रोजगार मेला का उद्घाटन किया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 70,000 से अधिक युवाओं को नई भर्तियों के नियुक्ति पत्र बांटे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए रोजगार मेला को संबोधित करते हुए कहा कि “आज 70 हजार से ज्यादा युवाओं को केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों में नौकरी मिली है। आप सभी युवाओं को, आपके परिजनों को बहुत-बहुत बधाई। विकसित भारत की संकल्प से सिद्धि के लिए हमारी सरकार युवाओं की प्रतिभा और ऊर्जा को सही अवसर देने के लिए प्रतिबद्ध है।”
पीएम मोदी ने कहा कि “आज भारत दुनिया की सबसे तेज रफ़्तार से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है। पूरी दुनिया कोविड के बाद मंदी से जूझ रही है, ज्यादातर देशों की अर्थव्यवस्था लगातार गिरती जा रही है। बावजूद इसके दुनिया भारत को एक ब्राइट स्पॉट के रूप में देख रही है। आज का नया भारत जिस नई नीति और रणनीति पर चल रहा है उसने देश में नई संभावनाओं और अवसरों के द्वार खोल दिए हैं।”
पीएम मोदी ने कहा कि “आज युवाओं के सामने कई ऐसे सेक्टर खुल गए हैं जो 10 साल पहले युवाओं के सामने उपलब्ध ही नहीं थे। स्टार्टअप का उदहारण हमारे सामने है। स्टार्टअप को लेकर आज भारत के युवाओं में जबरदस्त उत्साह है। एक रिपोर्ट के अनुसार, स्टार्टअप ने 40 लाख से ज्यादा प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष जॉब क्रिएट की हैं। इसी प्रकार से ड्रोन सेक्टर भी है। वहीं, बीते 8-9 सालों में देश के स्पोर्ट्स सेक्टर का भी कायाकल्प हो गया है।”
पीएम मोदी ने कहा कि “आत्मनिर्भर भारत अभियान की सोच और अप्रोच केवल स्वदेशी अपनाने और ‘वोकल फॉर लोकल’ से कहीं ज्यादा है। यह सीमित दायरे वाला मामला नहीं है। ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ गांव से लेकर शहरों तक, भारत में रोजगार के करोड़ों अवसर पैदा करने वाला अभियान है। आज आधुनिक सैटेलाइट से लेकर सेमी हाई स्पीड ट्रेन तक भारत में ही निर्मित हो रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि “भारत की टॉय इंडस्ट्री का उदहारण आपके सामने है। दशकों तक भारतीय बच्चे विदेशों से इम्पोर्ट किए खिलौने से ही खेलते रहे। न तो उनकी क्वालिटी अच्छी थी और ना ही वो भारतीय बच्चों को ध्यान में रखकर बनाये जाते थे। हमने आयात होने वाले खिलौने के लिए क्वालिटी पैरामीटर तय किए और अपनी स्वदेशी इंडस्ट्री को बढ़ावा देना शुरू किया। 3-4 वर्ष में ही टॉय इंडस्ट्री का कायाकल्प हो गया और रोजगार के अनेकों नए अवसर तैयार हुए।”
पीएम मोदी ने कहा कि “हमारे देश में दशकों तक यह अप्रोच भी हावी रही कि रक्षा उपकरण केवल आयात किए जा सकते हैं, बाहर से ही लाए जा सकते हैं। हम अपने देश के निर्माताओं पर उतना भरोसा नहीं करते थे। हमारी सरकार ने इस अप्रोच को भी बदला। हमारी सेना ने 300 से ज्यादा ऐसे साजो-सामान और हथियारों की लिस्ट तैयार की है, जो अब भारत में ही बनाये जाएंगे और भारत की इंडस्ट्री से ही खरीदे जाएंगे।”
पीएम ने कहा कि “रोजगार सृजन का एक और पक्ष है और वो है इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट में सरकार द्वारा किया गया निवेश। जब सरकार कैपिटल एक्सपेंडिचर पर खर्च करती है तो बड़े पैमाने पर रोड, रेलवे, पोर्ट बहुत सी चीजें तैयार हो जाती हैं। हमारी सरकार के दौरान बीते 8-9 वर्षों में कैपिटल एक्सपेंडिचर में 4 गुना की वृद्धि हुई है। इससे रोजगार के नए अवसर और लोगों की आय दोनों में वृद्धि हुई है। 2014 से पहले एक महीने में सिर्फ 600 मीटर नई मेट्रो लाइन बनाई जाती थी, आज हम हर महीने लगभग 6 किलोमीटर नई मेट्रो लाइन बना रहे हैं। तब हिसाब मीटर में होता था और आज किलोमीटर में हो रहा है। 2014 में देश में 70 से भी कम जिलों में गैस नेटवर्क का विस्तार हुआ था और आज यह संख्या बढ़कर 630 पहुंच गई है। 2014 तक ग्रामीण इलाकों में सड़कों की लंबाई भी 4 लाख किलोमीटर से कम थी, लेकिन आज ये आंकड़ा बढ़कर सवा 7 लाख किलोमीटर से ज्यादा हो चुकी है। आप अंदाजा लगा सकते हैं कि जब गांव में सड़क पहुंचती है तो उसका क्या प्रभाव होता है। इससे पूरे इको-सिस्टम में तेजी से रोजगार का सृजन होने लगता है।”
पीएम ने आगे कहा कि “देश का हेल्थ सेक्टर भी रोजगार सृजन का बेहतरीन उदहारण बन रहा है। 2014 में भारत में 400 से भी कम मेडिकल कॉलेज थे जबकि आज 660 मेडिकल कॉलेज हैं। आज पहले के मुकाबले दोगुनी संख्या में डॉक्टर तैयार हो रहे हैं। इंफ्रास्ट्रक्चर का हर प्रोजेक्ट रोजगार और स्वरोजगार में बढ़ोतरी सुनिश्चित कर रहा है।”