टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (29/03/2023): राजधानी दिल्ली समेत पूरे देश में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने लगे हैं। इस पर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निर्देश पर कोविड से संबंधित तैयारियां पूरी है। हर स्थिति से निपटने के लिए हमारे हॉस्पिटल तैयार हैं। लेकिन बाकी राज्यों से जो पता चला हैं यह वैरियेंट ज्यादा सीरियस नहीं हैं। घबराने की आवश्यकता नहीं हैं। दिल्ली सरकार ने पूरी स्थिति पर नजर बना रखी हैं।
उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि “कोविड के विषय में सेंट्रल गवर्नमेंट ने जो एडवाइजरी जारी किया था उसमें छह राज्यों का जिक्र किया था जहां पर कोविड तेजी से फैला है उसमें केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात और महाराष्ट्र है लेकिन दिल्ली नहीं है। जब-जब कोविड के मामले बढ़ते हैं दिल्ली में भी कोविड बढ़ता है क्योंकि दिल्ली के अंदर इंटरनेशनल पैसेंजर्स का लोड ज्यादा है और दिल्ली घनी आबादी वाला शहर है।”
उन्होंने आगे कहा कि “हम लोग स्थिति को बहुत नजदीक से देख रहे हैं जो एडवाइजरी है वह हॉस्पिटल और हेल्थ सेंटर के अंदर जा चुकी है कि किसी भी तरह के फीवर है तो जरूरत पड़े तो जांच के लिए नजदीकी कोविड टेस्टिंग सेंटर में भेजा जाए। अस्पतालों को कहा गया है कि जो भी वेंटिलेटर से संबंधित हमारे उपकरण है, हमारे जो ऑक्सीजन सप्लाई है, हमारे जो ऑक्सीजन सिलेंडर है और जहां-जहां जिन अस्पतालों के अंदर ऑक्सीजन प्लांट लगाए हैं उन सबको ऑपरेशनल हैं ये जो है सुनिश्चित कर लिया जाए। उन्होंने आगे बताया कि मोक ड्रिल भी कराई गई है हर अस्पताल में नोडल आफिसर नियुक्त किए गए हैं जो ये सुनिश्चित करेंगे कि कोविड-19 से संबंधित जो भी तैयारियां हैं वह पूरी रहे। हर स्थिति से निपटने के लिए हमारी हॉस्पिटल्स, हेल्थ सेंटर्स और इंफ्रास्ट्रक्चर जो है वो तैयार रहें।”
उन्होंने कहा कि “ये जो कोविड का वेरिएंट है जो हमारा एक्सपीरियंस है बाकी राज्यों से उससे पता चला है कि बहुत ज्यादा सीरियस नहीं है। घबराने की और पैनी होने की इसके अंदर कोई जरूरत नहीं है। दिल्ली सरकार पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए रखी है। पॉजिटिव रेट ज्यादा इसलिए है क्योंकि अभी बहुत ज्यादा टेस्ट नहीं कराए जा रहे हैं। करीब डेढ़ हजार से दो हजार के बीच में ही टोटल टेस्ट कराए जा रहे हैं। इसलिए अगर दो हजार टेस्ट कराएं और उसमें डेढ़ सौ लोगों को हो तो परसेंटेज के हिसाब से तो वो 6-7 पर्सेंट बन जाता है। इस 6-7 पर्सेंट को उस समय से तुलना ना की जाए जब हम 70-80 हजार टेस्ट रोज कराते थे।”
उन्होंने आगे कहा कि “कोविड के जो प्रोटोकॉल है उसका सब लोग पालन करना शुरू करें। जो सोशल डिस्टेंसिंग हैं जहां तक हो सकें उसका पालन करें। भीड़भाड़ की जगह और बाजारों में जाने से बचें। जो लोग बुजुर्ग हैं और कोविड से ग्रस्त रहे हैं वह अपना ज्यादा ध्यान रखें और संक्रमण से बचें।”