टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली, (21/03/2023): इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर स्किल्स काउंसिल ऑफ इंडिया (ईएसएससीआई) ने नई दिल्ली स्थित एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में अपना 10वां स्थापना दिवस मनाया। इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के सचिव अतुल कुमार तिवारी मौजूद रहे।
इनके अलावा एनसीवीईटी के कार्यकारी सदस्य डॉ नीना पाहुजा, एचसीएल के संस्थापक और ईपीआईसी फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ अजय चौधरी, ईएसएससीआई के चेयरमैन अमृत मनवानी, ड्रोन फाउंडेशन ऑफ इंडिया के प्रेसिडेंट स्मित शाह, मणिपुर सरकार के यूनिवर्सिटी व हायर एजुकेशन विभाग की डायरेक्टर डॉ. रंगीताबाली वैखोम और ईएसएससीआई की सीओओ डॉ अभिलाषा गौड़ मौजूद थी।
कार्यक्रम में पहुंचे मुख्य अतिथि समेत अन्य गणमान्य सदस्यों ने सेमीकंडक्टर्स एंड कंपोनेंट्स, ईएमएस, हियरेबल्स और वियरेबल्स, और सर्कुलरिटी/ई-वेस्ट मैनेजमेंट पर एक स्किल रिसर्च रिपोर्ट जारी किया। जिसमें इन क्षेत्रों में स्किल गैप, नौकरियों के अवसर, और नवीनतम रूझानों के बारे में बताया गया है। इस कार्यक्रम में सेमीकंडक्टर्स के लिए कार्यबल विकास पर एलसीना श्वेत पत्र भी जारी किया गया। स्कूल, कॉलेजों और उच्च शिक्षा संस्थानों में छात्रों में स्किल को बढ़ावा देने के लिए सीएससी के सहयोग से इलेक्ट्रॉनिक्स ओलंपियाड की भी घोषणा की गई।
इस मौके पर अतुल तिवारी, सचिव, एमएसडीई ने कहा कि ईएसएससीआई सेमी-कंडक्टर उद्योग पर काफी जोर दे रहा है और इससे युवाओं को काफी फायदा होगा। इस क्षेत्र में कई अवसर हैं और मंत्रालय वर्तमान में इंडस्ट्री के अनुसार पाठ्यक्रम को अपग्रेड कर रहा है। इसके अलावा इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग में काम कर रहे लोगों के अपस्किल और री-स्किल के लिए भी कोर्सेज मौजूद है।
कार्यक्रम में, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी क्षेत्र में न्यू एज इंडस्ट्री इंटीग्रेटेड प्रोग्राम लांच करने के लिए ईएसएससीआई और यूनिवर्सिटी एंड हायर एजुकेशन निदेशालय, मणिपुर के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। इसका उद्देश्य इंडस्ट्री पार्टनर के सहयोग से “उद्योग के लिए, उद्योग द्वारा” केंद्रित और डिजिटल स्किल लर्निंग को बढ़ावा देना है। इसके अलावा मणिपुर में छात्रों के लिए प्रशिक्षण, इंटर्नशिप, अप्रेंटिसशिप और रोजगार के अवसरों को बढ़ाने के लिए मॉडल प्रशिक्षण केंद्र/उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किया जाएगा।
कार्यक्रम के पैनल चर्चा में विशेषज्ञों और इंडस्ट्री लीडर ने भारत के सेमीकंडक्टर और कंपोनेंट इंडस्ट्री के भविष्य को लेकर अपनी बातें रखी। कार्यक्रम में वर्ल्डस्किल्स प्रतियोगिता 2022 के विजेताओं का अभिनंदन भी किया गया।
एनसीवीईटी की कार्यकारी सदस्य डॉ नीना पाहुजा ने इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में कौशल विकास के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग देश में सबसे तेजी से बढ़ते क्षेत्रों में से एक है, और स्किल्ड प्रोफेशनल की मांगों को पूरा करने की आवश्यकता है। इस क्षेत्र में कुशल वर्कफोर्स देने के लिए बेहतरीन काम कर रहा है।
ईएसएससीआई के चेयरमैन अमृत मनवानी ने इस कार्यक्रम में जारी किए गए स्किल गैप रिसर्च रिपोर्ट के हवाले से नौकरी के अवसरों और कौशल की संभावना के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र तेजी से विकसित हो रहा है, और पेशेवरों के लिए नवीनतम ट्रेंड और टेक्नोलॉजी के साथ अप-टू-डेट रहना महत्वपूर्ण है। स्किल गैप रिपोर्ट इस क्षेत्र में स्किल ट्रेनिंग को बढ़ावा देगा।
एचसीएल के संस्थापक व ईएसएससीआई के पूर्व चेयरमैन डॉ अजय चौधरी ने पिछले एक दशक में ईएसएससीआई की यात्रा, इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में भारत को कुशल बनाने में इसकी उपलब्धि और योगदान के बारे में कहा। उन्होंने कहा कि ईएसएससीआई अब एआई, आईओटी, ड्रोन, बिग डेटा और भविष्य के लिए जरूरी तकनीक में ट्रेनिंग देने को तैयार है।
ईएसएससीआई की चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर डॉ. अभिलाषा गौड़ ने कहा कि ईएसएससीआई बीते 10 वर्षों में कई उपलब्धियां हासिल करने के साथ देश के इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। अब ईएसएससीआई नई उपलब्धियों के साथ भविष्य के लिए तैयार है।।