दिल्ली की सड़कों को साफ़, सुंदर और विश्वस्तरीय बनाने के लिए पूरा प्लान तैयार

टेन न्यूज़ नेटवर्क

नई दिल्ली (28/01/2023): दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज शनिवार को महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फेंस किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं आज 2 पॉजिटिव खबर देने आया हूं। एक तो वो जो कई महीनों और सालों से जिस प्रोजेक्ट पर काम कर रहा था जो अब सफल होता हुआ नजर आ रहा है। हम दिल्ली की सड़कों को बहुत सुंदर बनाना चाहते थे। इसके ऊपर मैं कई सालों से काम कर रहा हूं। कई पायलट प्रोजेक्ट करवाए और उन सबका नतीजा यह है कि अब ये प्रोजेक्ट पूरा होते हुए नजर आ रहा है।

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस प्रोजेक्ट के तहत PWD की सारी सड़कों को हम सुंदर बनाने जा रहे हैं, ठीक और रिपेयर करने जा रहे हैं इसके अंतर्गत जितने भी फुटपाथ, सेंट्रल वर्ज, मैनहोल, प्री कास्ट स्लैब, साइनेज़, बिजली के खंबे, सबवे के अंदर जितनी रेलिंग और लाइट्स है, फुट ओवर ब्रिज और सारे स्ट्रीट फर्नीचर को ठीक किया जाएगा। इसके अलावा सड़कों के गड्ढे रिपेयर किए जाएंगे। 20 मार्च के आसपास इस काम के लिए वर्क ऑर्डर जारी हो जाएगा और 1 अप्रैल से काम चालू हो जाएगा। उसके 6 महीने के अंदर ये सारा रिपेयरिंग का काम पूरा हो जाएगा। 10 साल का कॉन्ट्रैक्ट दें रहे हैं कि जब भी कुछ टूटेगा उसे तुरंत रिपेयरिंग किया जाएगा। उसके लिए कोई नया कॉन्ट्रैक्ट देने की जरूरत नहीं पड़ेगा। कहीं भी कुछ टूटेगा तो उसे 24 घंटे के अंदर ठीक किया जाएगा ताकि हमारी सड़कें हमेशा चमकती और सुंदर नजर आए।

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के फुटपाथ-सड़कें हफ़्ते में 3 बार साफ़ होगी। डीप स्क्रबिंग मशीन लाई जाएगी। 150 से ज्यादा स्प्रिंकलर और टैंकर हायर किए जाएंगे। 250 से ज्यादा एंटी स्मॉग गन हायर करेंगे जो छोटी सड़कों के लिए हर वार्ड में डिप्लोय होंगी। मेकेनिकल स्विपिंग के लिए 100 स्वाइपर हायर किए जाएंगे। फुटपाथ और सड़क धोने के लिए 10 साल के लिए कंपनी को कॉन्ट्रेक्ट दिया जाएगा।

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली की सड़कों के दोनों किनारों पर बड़े स्तर पर पेड़-पौधे लगाए जाएंगे। खाद-पानी देने का काम, ट्रिमिंग करने का काम और पेड़ों को धोने का काम का कॉन्ट्रेक्ट भी 10 साल के लिए दिया जाएगा।उम्मीद है कि 1 अप्रैल से इस पर काम शुरू हो जाएगा।

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस काम की निगरानी के लिए थर्ड पार्टी को ठेका दिया जाएगा जो कि काम को जांचेगी और कोई दिक्कत पाए जाने पर हेवी पैनल्टी भी लगाया जाएगा। इसके लिए एक सेंट्रल शिकायत सेंटर भी होगा, जहां कोई भी नागरिक शिकायत कर सकेगा। उन्होंने इस प्रोजेक्ट में खर्चा बताते हुए कहा कि पहले साल में साढ़े 4 हजार करोड़ खर्च होंगे और फिर हर साल 2 हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे।

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम राजधानी दिल्ली में ई-स्कूटर लेकर आ रहे हैं। द्वारका में ये हमारा पायलट प्रोजेक्ट्स होगा। द्वारका में 250 जगहों पर 1500 ई-स्कूटर चलाए जाएंगे। ई-स्कूटर के साथ हेलमेट मिलेगा.श। इसमें लोगों को खुद स्कूटर चलाना होगा और वो अपनी जरूरत के हिसाब से 250 चिन्हित लोकेशन में से कहीं भी अपना स्कूटर ड्रॉप कर सकेंगे। एग्रीमेंट के तहत अगले 4 महीने में 100 लोकेशन पर 500 स्कूटर, 12 महीने में 250 लोकेशन पर 1500 स्कूटर आ जाएंगे। यह सुविधा भीड़ वाले इलाकों के लिए दिया जा रहा है।।