नई दिल्ली. 71वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संदेश दिया. लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने न्यू इंडिया का आह्वान किया. मोदी ने आतंकवाद, कश्मीर, उत्तर पूर्व सहित कई मुद्दों पर बात कही. उन्होंने बदलते इंडिया का जिक्र किया. हालांकि पीएम के संबोधन में सभी की नजरें चीन के साथ बनते बिगड़ते रिश्ते पर थी. पीएम मोदी ने सख्त संदेश देते हुए ये बता दिया कि भारत अपनी आन बान और शान के लिए कोई समझौता नहीं करेगा.
सुरक्षा में सक्षम, आन-बान से समझौता नहींः पीएम ने कहा कि आतंरिक सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है, समंदर हो या सीमा हो, साइबर हो या स्पेस हो हमें हर प्रकार की सुरक्षा करनी है. भारत इसे करने में सक्षम है, देश के खिलाफ कुछ भी होने के हौसले परस्त करने में हम सक्षम हैं.
विश्व का सहयोगः प्रधानमंत्री ने कहा कि विश्व के साथ हम कंधे से कंधा मिलाकर आतंकवाद से लड़ाई लड़ रहे हैं. आतंकवाद की लड़ाई में हम अकेले नहीं हैं. हमारे साथ कई देश हैं जो सक्रिय रूप से हमारी मदद करते हैं. पीएम ने कश्मीर में अलगाववादियों को मुख्यधारा में आने को कहा और साथ ही सख्त संदेश देते हुए कहा कि आतंकवाद के खिलाफ कोई भी नरमी नहीं बरती जाएगी.
सर्जिकल स्ट्राइक का लोहाः पीएम ने कहा कि हमारे देश में वर्दी में रहने वाले लोगों ने बलिदान की पराकाष्ठा की. जब हमने सर्जिकल स्ट्राइक की तो पूरे देश को भारत का लोहा मानना पड़ा. सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है. सर्जिकल स्ट्राइक में दुनिया को लोहा मानना पड़ा. 1942 से 1947 के बीच देश ने सामूहिक शक्ति का प्रदर्शन किया. अगले 5 वर्ष इसी सामूहिक शक्ति, प्रतिबद्धता के साथ देश को आगे बढ़ाएं.
सामूहिक शक्ति से परिवर्तनः पीएम ने कहा कि सवा सौ करोड़ देशवासियों में न कोई छोटा है न कोई बड़ा है, सामूहिक शक्ति के द्वारा हम देश में परिवर्तन ला सकते हैं. प्रधानमंत्री ने देशवासियों के साथ मिलकर ऐसा भारत बनाने का संकल्प जताया जिसमें युवाओं, महिलाओं को अपने सपने पूरा करने के अवसर उपलब्ध होंगे. उन्होंने कहा कि हमें आतंकवाद, सांप्रदायिकता और जातिवाद से मुक्त भारत बनाना है.
भारत जोड़ो का नाराः मोदी ने कहा कि अब भारत छोड़ो नहीं, भारत जोड़ो का नारा होना चाहिए. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार का मुख्य ध्यान उत्तर पूर्व पर हैं. उन्होंने इसके साथ ही बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा का भी नाम लिया.