टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली, (04/01/2023): राजधानी दिल्ली में कंझावला की दर्दनाक घटना के बाद एक बार फिर से दिल्ली की कानून व्यवस्था पर तमाम तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। जब पूरा देश नए साल के जश्न में डूबा हुआ था 31 दिसंबर 2022 की रात कंझावला की सुनसान सड़कों पर 5 दरिंदों ने अंजलि को घसीट दिया जिसके बाद अंजलि की दर्दनाक मौत हो गई।
अंजलि की दर्दनाक मौत के बाद से आम आदमी पार्टी लगातार विरोध प्रदर्शन के माध्यम से अंजलि को इंसाफ दिलाने के लिए लड़ाई लड़ रही है। इस मामले में भाजपा नेता मनोज मित्तल का नाम सामने आया है, विरोध प्रदर्शन के बाद भाजपा ने मनोज मित्तल को बर्खास्त कर दिया तो वहीं दिल्ली की बेटी अंजलि को इंसाफ दिलाने के लिए आम आदमी पार्टी हत्यारों को फांसी की सजा देने की मांग कर रही है।
दिल्ली के जंतर मंतर पर बुधवार को आम आदमी पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने हाथों में कैंडल और पोस्टर लेकर अंजलि को इंसाफ दिलाने के लिए कैंडल मार्च निकाला। इस मौके पर आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष गोपाल राय समेत तमाम विधायक और कार्यकर्ता भारतीय जनता पार्टी पर हमलावर दिखे।
गोपाल राय ने कहा कि राजधानी दिल्ली की दर्दनाक घटना और उसके बाद भाजपा की बेशर्मी ने बता दिया है कि भाजपा महिला विरोधी है, एक महिला की हत्या होती है और बीजेपी हत्यारे को बचा रही है। गोपाल राय ने कहा कि अंजलि के हत्यारों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए।
अंजलि की मौत के बाद राजधानी दिल्ली में प्रशासन के रवैए पर भी तमाम तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं न्यू ईयर सेलिब्रेशन को देखते हुए दिल्ली पुलिस के तरफ से दिल्ली की सड़कों पर 16000 जवानों की तैनाती की गई थी लेकिन 12 किलोमीटर तक घसीटते लड़की को आखिर दिल्ली पुलिस क्यों नहीं बचा पाई। दिल्ली पुलिस की पेट्रोलिंग गाड़ी कहां थी? रात में पेट्रोलिंग पर दिल्ली पुलिस के जवान क्यों नहीं थे?
अंजलि को इंसाफ दिलाने के लिए दिल्ली के अंदर लगातार सामाजिक संगठन और राजनीतिक पार्टियां आवाज उठा रही है। सवाल यह उठता है कि आखिर अंजलि को इंसाफ कब मिलेगा? कब राजधानी दिल्ली में बेटियां अपने आप को सुरक्षित मानेगी। राजधानी दिल्ली में लगातार इस तरह के वीभत्स वारदात की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है। आखिर कब राजधानी दिल्ली महिलाओं के लिए सुरक्षित होगी।।