टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (28/12/2022): दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार जल्द ही दिल्ली के नागरिकों के लिए लास्ट माईल कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन की मौजूदा इलेक्ट्रिक बसों के परिचालन को अपने हाथ में लेगी। दिल्ली कैबिनेट ने हाल ही में 2023 में परिवहन विभाग के अधीन दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन की 100 से अधिक मौजूदा ई-बस बेड़े को लेने और अतिरिक्त 380 फीडर ई-बसों को संचालित करने का निर्णय लिया है।
दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन दिसंबर 2019 से पूर्वी और उत्तरी क्लस्टर में शास्त्री पार्क और मजलिस पार्क डिपो से फीडर ई-बसों का संचालन कर रहा है। इन बसों को अब परिवहन विभाग दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टी-मोडल ट्रांजिट सिस्टम (DIMTS) के द्वारा चलाया जाएगा।
इसके अलावा, अतिरिक्त 380 इलेक्ट्रिक बसों को संचालित करने के लिए 6 स्टेशनों की पहचान किया गया है जिसमें वेलकम, कोहाट एन्क्लेव, रिठाला, नांगलोई, मुंडका और द्वारका शामिल हैं। दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन इन स्थानों पर बस डिपो का निर्माण करेगी। परिवहन विभाग इन सभी फीडर बसों को प्रति किलोमीटर के आधार पर संचालित करेगा जिसमें परिचालकों को उनके द्वारा तय की गई दूरी के हिसाब से भुगतान किया जाएगा।
आपको बता दें कि दिल्ली में लास्ट माईल कनेक्टिविटी को सुदृढ़ करने और एक निश्चित अंतराल पर बसें उपलब्ध कराने के लिए दिल्ली परिवहन विभाग द्वारा आयोजित रूट रेशनलाइजेशन अध्ययन के बाद इसकी सिफारिश की गई थी। रूट रेशनलाइजेशन का पहला चरण अक्टूबर 2022 में शुरू किया गया था, जिसके अंतर्गत 26 नए मार्गों पर पीक आवर्स के दौरान 5 से 20 मिनट की आवृत्ति पर मानक (12 मीटर) बसों को चलाया गया था। अध्ययन में जहां सड़क की कम चौड़ाई या यात्री भार बहुत अधिक नहीं होने के कारण 12 मीटर लंबी डीटीसी और क्लस्टर बसें संचालित नहीं हो सकती हैं, वहां मिनी/ मिडी बसों के उपयोग की सिफारिश किया गया था।।