बीएसएफ जवानों के लिए सिक्स सिग्मा स्थापित करेगा – अटारी – वाघा बॉर्डर पर मेडिकल सेंटर

सिक्स सिग्मा हेल्थकेयर को भारत सरकार – बी॰एस॰एफ़॰ हेड क्वॉर्टर दिल्ली से विशेष अनुमति मिली है की जो जवान अटारी – वाघा बॉर्डर पर तैनात हैं उनको वहीं पर मेडिकल सेवा प्रदान की जायें | अटारी – वाघा बॉर्डर पर बीएसएफ़ के जवान पैरों को सिर के ऊपर तक उठाते हैं, ऐसे में उनकी देखभाल हेतु विशेष मेडिकल सपोर्ट सिक्स सिग्मा देगा |

फर्स्ट लाइन ऑफ़ डिफेन्स कही जाने वाली बी॰एस॰एफ़॰ के साथ वाघा बॉर्डर पर “सिक्स सिग्मा” ने भी कमर कस ली है और उत्तम स्वास्थ्य सेवाएँ देने हेतु सेक्टर हेडक्वार्टर बीएसएफ के डीआईजी भूपिंदर सिंह से भेंट करके, सिक्स सिग्मा अटारी – वाघा बॉर्डर का रोडमैप बना लिया है | बीएसएफ़ के लिए सिक्स सिग्मा निशुल्क काम करेगा !

डॉ० प्रदीप भारद्वाज, सी॰ई॰ओ॰ सिक्स सिग्मा ने कहा की आज बीएसएफ़ के लिए हमारा सीना गर्व से चौड़ा हो गया है की इस मेडिकल सेवा के लिए सिक्स सिग्मा लो चुना गया है, बाघा बार्डर पर होने वाली बीटिंग रिट्रीट सरेमनी देखने को लेकर हर हिन्दुस्तानी ललाइत रहता है। यही अद्भुत, अविश्‍वसनीय, अकल्‍पनीय, अद्वितीय और अलौकिक काम ही हमें अलग करता है | जिस काम में, काम करने की हद पार ना तो..वो काम किसी काम का नहीं; और काम से मिली पहचान व सम्मान उम्र भर कायम रहता है |

पिछले 18 साल से बेहतरीन मेडिकल सेवा के लिए सिक्स सिग्मा का नाम जाना जाता है और हर आम से ख़ास आदमी ने बेस्ट मेडिकल सेवा की सरहांना की है | सभी मुख्य समाचार पत्रों व पहाड़ी यात्रियों ने भी सिक्स सिग्मा के काम की तारीफ़ की है !

1959 में शुरू हुई थी बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी
बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी की शुरूआत 1959 में हुई थी और भारतीय सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) इसे आयोजित करता है। बता दें कि आधिकारिक तौर पर बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी का उद्देश्य औपचारिक तौर पर भारत की सीमा रात के लिए बंद करना है। सुबह राष्ट्रीय ध्वज को सम्मान के साथ फहराया जाता है और सूर्यास्त से पहले सम्मान के साथ नीचे उतर लिया जाता है। इस दौरान हमारे जवान अपने हाव-भाव से पाक रेंजरों को ललकारते हैं। ऐसे में अटारी बॉर्डर पूरी तरह देशभक्ति के रंग में रंग जाता है। मार्च के दौरान दोनों देशों के जवान अपने पैरों को सिर के ऊपर तक उठाते हैं !

दुनिया में अनोखी है यह परेड
दो देशों के बॉर्डर पर होने वाली यह परेड दुनिया भर में अनोखी है। दुनिया के किसी भी बॉर्डर पर ऐसा कार्यक्रम नहीं होता। यही वजह है कि दोनों देशों से बड़ी संख्या पर्यटक इसे देखने आते हैं। यह परेड शाम के वक्त बार्डर के गेट बंद होने से पहले होती है।

सिक्स सिग्मा हाई ऐल्टिटूड मेडिकल सर्विस में राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित डा० अनिता भारद्वाज ने कहा की – सिक्स सिग्मा – सबसे पहले – सबसे आगे – सिक्स सिग्मा हेल्थकेयर का हाथ – अब बीएसएफ़ के भी साथ ! इस साल सिक्स सिग्मा तीन केदारों (केदार – तुंगनाथ -मध्यमहेश्वर) में सिक्स सिग्मा की मेडिकल सेवा मौजूद है और हज़ारों लोगों का निशुल्क ईलाज करके उनकी जान बचा रहे हैं !