टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (31/05/2022): कांग्रेस अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी ने सत्येन्द्र जैन की गिरफ्तारी मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि ये गिरफ्तारी पहले ही हो जाना चाहिए था लेकिन पंजाब चुनाव के कारण केजरीवाल ने भाजपा से मिल कर गिरफ्तारी को पंजाब चुनाव के दौरान टाला है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के 80% मंत्री और 38 विधायक पर भ्रष्टाचार के संगीन आरोप है। उन्होंने कहा कि शराब नीति में भ्रष्टाचार की जांच हुई तो मनीष सिसोदिया भी सलाखों के पीछे होंगे।
उन्होंने कहा कि सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी बहुत पहले हो जानी चाहिए थी। अरविंद केजरीवाल ने जिस तरह से पूर्व में उनका बचाव किया है, खुद आकर मीडिया के सामने बैठे हैं और इमानदारी की दुहाई दिया है। लेकिन उस समय पंजाब के चुनाव होने के कारण कहीं ना कहीं दबाव बनाकर गिरफ्तारी को टाला गया है वो भी एक जांच का विषय है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से ईडी ने कार्रवाई की है मैं कहना चाहूंगा कि देर आए दुरुस्त आई और ये कार्रवाई बहुत पहले हो जानी चाहिए थी क्योंकि सत्येंद्र जैन को लेकर तमाम जानकारियां और सबूत था। उन्होंने कहा कि जर्मन लोग भी जानते थे कि किस तरह से सत्येंद्र जैन अरविंद केजरीवाल के लिए पैसा उगाही का काम करते हैं और उस काले पैसे को सफेद करने का काम करते हैं चाहे जमीन खरीदने का मसला हो या किसी धंधे में लगाने का मसला हो। उन्होंने अरविंद केजरीवाल से कहा कि इतने गंभीर आरोप लगने के बावजूद विफल स्वास्थ्य मंत्री जो कोविड काल में पूरी तरह से विफल पाया गया है और आप उसे मंत्री पद पर रखते हैं।
उन्होंने केजरीवाल पर आरोप लगाते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल की जानकारी में सारे मसले है पैसे के लेन देन है। उन्होंने कहा कि आज ईडी ने कार्रवाई की है तो जो भ्रष्टाचार के नाम पर राजनीति शुरू करने वाला जो व्यक्ति था आज पूरी पार्टी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। उन्होंने कहा कि लगभग 38 एमएलए पर गंभीर आरोप है और जेल जा चुके हैं। आज एक और उदाहरण सत्येंद्र जैन है और मैं पूर्व में कह चुका हूं कि 80% एमएलए पर एफआईआर है या जेल की हवा खा चुके हैं। उन्होंने कहा कि आज इस कड़ी में एक और नाम जुड़ चुका है और अगला नाम शराब मंत्री मनीष सिसोदिया का होगा जिस तरह से शराब माफियाओं को दिल्ली को सौंप दिया है या बेच दिया है। साथ ही उन्होंने कहा कि ईडी की कार्रवाई ने साबित कर दिया है कि ‘देर है अंधेर नहीं’ सच सामने जरुर आएगा और भ्रष्टाचार के नाम पर लड़ाई लड़ने वाले अरविंद केजरीवाल आज पूरी तरह से एक्सपोज हो चुके हैं।