टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (06/04/2022): दक्षिणी दिल्ली सांसद रमेश बिधूड़ी ने आज बुधवार को आंगनवाड़ी में काम करने वाले कर्मचारी महिलाओं की समस्याओं को लोकसभा में उठाया है। उन्होंने कहा कि अयोग्य मुख्यमंत्री केजरीवाल के घर के बाहर अपनी जायज माँगो को लेकर धरना देने के कारण लगभग 10,000 आंगनबाड़ी कर्मचारी महिलाओं को नौकरी से निकलवाया जा रहा है जो समाजसेवा के साथ गरीब हितैषी योजनाओं को घर-घर तक पहुँचाने का काम करती है। उन्होंने सदन के माध्यम से दिल्ली सरकार से अपील किया है कि उन्हें संस्पैड नहीं किया जाए और उनकी जायज मांगों को पूरा किया जाए।
उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल खुद पीड़ित बनकर रेडियो, टेलीविजन और विज्ञापनों के माध्यम से अपने कुकर्मों को ढकने का प्रयास करता है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में भारत तेरे टुकड़े होंगे के समर्थन में केजरीवाल कहता है कि आदमी का मौलिक अधिकार है कि वह अपनी बातों को रख सके।
उन्होंने कहा कि शाहीन बाग, गाजीपुर बॉर्डर और सिंधु बॉर्डर पर सड़क रोकने वाले लोगों को भोजन परोसा जा रहा था यह कह कर ये उनका मौलिक अधिकार है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि वहीं दूसरी तरफ इस प्रकार की कसीदे पढ़ने वाला वो मुख्यमंत्री परजीवी द्वारा दिल्ली में लगभग 10,000 आंगनबाड़ी कर्मचारी बहनों को सिर्फ इसलिए नौकरी से निकलवाया जा रहा है क्योंकि उन्होंने शांतिपूर्वक कुछ अपनी जायज मांगों के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर पर धरना दिए थे। दिल्ली सरकार ने जो हजार कुछ बहनों को सस्पेंड किया है जो अपने मांगों को लेकर उनके घर पर धरना दिया था उसके साथ न्याय किया जाए।