‘द कश्मीर फाइल्स’ को लेकर जुबानी जंग जारी, ‘पलायन के समय फारुक अब्दुल्ला का नहीं राज्यपाल का राज था’

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली (18 मार्च 2022): 1990 में हुए लगभग 1लाख काश्मीरी पंडितों के पलायन को लेकर बनी फिल्म ‘द काश्मीर फाइल्स’ बीते कुछ दिनों से खासा चर्चा में हैं। फ़िल्म को लेकर सियासी गलियारों में काफी हलचल मची हुई है,आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है।

फ़िल्म को लेकर दर्शकों में दो गुट बन गया है, एक गुट का कहना है कि फ़िल्म में केवल एक पक्ष को दर्शाया गया है तो वहीं दूसरे पक्ष का कहना है कि यह फ़िल्म आजाद भारत की सबसे बड़ी त्रासदी की सच्चाई को दिखाता है, इतिहास के उस पन्नों को दिखा रहा है जो सालों से हमसे छिपाया गया।

अब फ़िल्म को लेकर कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि “मैं ‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म में तरह-तरह के झूठ दिखाए गए हैं। जब कश्मीरी पंडित यहां से निकले तब उस दौरान फारूक अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री नहीं थे उस समय राज्यपाल का राज था और देश में वी.पी. सिंह की सरकार थी जिसे BJP का समर्थन था।

अब धीरे धीरे इस फ़िल्म को लेकर सियासत भी गरमा गई है, सियासी महकमों में भी दो खेमा दिखाई दे रहा है, बहरहाल जो भी हो लेकिन फ़िल्म पिछले एक सप्ताह में सुर्खियां बटोरने में काफी हद तक सफल रही है। उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश सहित कई राज्यों में फ़िल्म को टैक्स फ्री कर दिया गया है। फ़िल्म को लेकर दर्शकों में भी खासा उत्साह दिख रहा है।