फिर से शुरू हुई SMS के नए नियम की प्रक्रिया, जानें क्या है SMS स्क्रबिंग और कैसे होगा ग्राहकों को फायदा
टेलीकॉम कंपनियों द्वारा एक हफ्ते के लिए एसएमएस स्क्रबिंग को निलंबित करने के बाद अब भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने मंगलवार को कहा कि यह प्रक्रिया बुधवार से फिर से शुरू होगी. टेलीकॉम कंपनियां ट्राई के निर्देशों के मुताबिक स्क्रबिंग प्रॉसेस लागू कर रही हैं. स्क्रबिंग प्रक्रिया के तहत हर एसएमएस को यूज़र्स के पास पहुंचने से पहले रजिस्टर्ड टेंप्लेट से वेरिफाई किया जाता है. डीएलटी ब्लॉकचेन पर आधारित एक रजिस्ट्रेशन सिस्टम है और ट्राई ने सभी टेलीमार्केटर्स के लिए डीएलटी प्लेटफॉर्म पर रजिस्ट्रेशन अनिवार्य कर दिया है. इसका उद्देश्य टेलीमार्केटर्स की तरफ से एसएमएस स्पैम पर लगाम कसना है.
हालांकि ट्राई ने फिलहाल के लिए मैसेज को ग्राहकों तक पहुंचाने के लिए अनुमति दे दी है, भले ही कंटेंट टेम्पलेट रेजिस्टर्ड न हो, या फिर कंटेंट गायब हो, या फिर रेजिस्टर्ड टेम्प्लेट और डिलीवरी वाला मैसेज मैच न करता हो.
क्या है SMS स्क्रबिंग?
हर SMS कंटेंट को भेजने से पहले उसकी वेरिफिकेशन की प्रक्रिया को स्क्रबिंग कहते हैं. दरअसल, दिल्ली हाई कोर्ट ने टेलीकॉम रेगुलेटर TRAI को आदेश दिया था कि वह तुरंत फर्जी SMS पर रोक लगाए जिसकी वजह से आम लोग झांसे में आ जाते हैं. कोर्ट के इस आदेश को पूरा करने के लिए TRAI ने नया DLT सिस्टम शुरू किया. नए DLT सिस्टम में रजिस्टर्ड टेम्पलेट वाले हर SMS के कॉन्टेंट को वेरिफाई करने के बाद ही डिलीवर किया जाएगा. इस पूरी प्रक्रिया को स्क्रबिंग कहते हैं. इस सिस्टम को पहले भी कई बार लागू करने की कोशिश की गई थी.