अकाली दल ने सरना पर बोला हमला*

*अकाली दल ने सरना पर बोला हमला*

*एफ.डी.आर. तथा डेरा सिरसा के संबंध में अपना रूख किया स्पष्ट किया*

नई दिल्ली (15 फरवरी 2017)ः दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनाव में कमेटी के खिलाफ पूर्व अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना द्वारा किये जा रहे प्रचार को दुष्प्रचार बताते हुए कमेटी अध्यक्ष मनजीत सिंह जी.के. तथा महासचिव मनजिन्दर सिंह सिरसा ने करारा हमला बोला है। शिरोमणी अकाली दल के प्रदेश कार्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कमेटी नेताओं ने सरना को झूठा तथा दिशाहीन नेता बताया। जी.के. ने सरना द्वारा कमेटी की एफ.डी.आर. तथा डेरा सिरसा के संबंध में किये जा रहे प्रचार को सरना की हताशा करार देते हुए सरना द्वारा 32 करोड़ रूपये का कर्ज लेने के किये जाते दावों को चुनौती भरे अंदाज में नकार दिया। जी.के. ने कहा कि अगर सरना 32 रूपये का कर्ज भी कमेटी पर साबित कर दे तो हमारे सभी 46 उम्मीदवार आज ही चुनावी मुहिम से किनारा कर लेंगे।

जी.के. ने कहा कि एफ.डी.आर. के मसले पर सरना का झूठ बेनकाब करने के लिए आज हम 2013 तथा 2016 की ऑडिट बैलेंस शीट जारी कर रहें हैं ताकि सरना का झूठ बेनकाब हो सके। तथ्यों का हवाला देते हुए जी.के. ने बताया कि सरना ने जब कमेटी छोड़ी थी उस समय कमेटी के पास लगभग 85 करोड़ रूपये की एफ.डी.आर. मौजूद थी जिसे आज सरना 150 करोड़ रूपये की बताते हैं। उक्त एफ.डी.आर. में शामिल कॉलेज तथा तकनीकी संस्थानों की एफ.डी.आर. आज भी लगभग अपनी पुरानी अवस्था में सुरक्षित जबकि स्कूलों में हमने कोर्ट के आदेश पर 48.5 करोड़ रूपये अभी तक स्टाफ को छठे वेतन आयोग के बकाये के रूप में भुगतान किया है।

जी.के. ने बताया कि कमेटी में सरना के समय में 11 करोड़ रूपये की एफ.डी.आर. थी जो कि इस समय 7.62 करोड़ रूपये की है क्योंकि अदालत के आदेश पर 13.25 करोड़ रूपये का भुगतान हमने बाला साहिब हस्पताल का कब्जा बी.एल. कपूर से छुड़ाने के लिए दिया है। जी.के. ने दावा किया कि कमेटी के पास इस समय लगभग 39 करोड़ रूपये की एफ.डी.आर. सुरक्षित है जबकि हमने लगभग 61.75 करोड़ रूपये का अपने साधनों से अतिरिक्त भुगतान भी किया है।

सिरसा ने इस मसले पर सरना को संगत को गुमराह करने के लिए माफी मांगने की नसीहत देते हुए सरना को दोनों बैलेंसशीट झूठी साबित करने की भी चुनौती दी। सरना द्वारा कमेटी पर डेरा सिरसा के समर्थक होने के लगाये गये आरोपों पर सरना को घेरते हुए सिरसा ने सरना द्वारा 2007 में डेरा प्रमुख का माफीनामा श्री अकाल तख्त साहिब पर ले जाने की वीडियो और पत्र भी सार्वजनिक किये।

सिरसा ने सवालिया लहजे में पूछा कि सरना को यह बात साफ करनी चाहिये कि डेरा प्रमुख का माफीनामा श्री अकाल तख्त साहिब पर पहुंचाने के लिए सरना की कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी से क्या डील हुई थी? बलात्कार, हत्या तथा चेलों को नपुंसक बनाने के गंभीर आरोपों का सामना करने वाले कथित बाबा को माफ कराने की जल्दी सरना को क्यों थी ? सिरसा ने दिल्ली कमेटी के डेरा प्रमुख के खिलाफ पुराने सख्त स्टैंड को दोहराते हुए सरना को अपनी बौखलाहट को 1 मार्च 2017 तक बचाये रखने की भी सलाह दी।