रिपोर्ट: रंजन अभिषेक
टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (18 अगस्त 2024): श्रीराम IAS कोचिंग (Sriram’s IAS Coaching) संस्थान द्वारा भ्रामक दावों को लेकर CCPA (Central Consumer Protection Authority) ने बड़ी कार्रवाई की है। CCPA ने यूपीएससी (Union Public Service Commission) सिविल सेवा परीक्षा 2022 के परिणाम के बारे में भ्रामक दावों के विज्ञापन के लिए 3 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय (Consumer Affairs, Food & Public Distribution Ministry) ने रविवार को कहा कि, संस्थान द्वारा दावा किए गए 200 चयनों के बजाय संस्थान से केवल 171 अभ्यर्थियों का चयन हुआ था।मंत्रालय द्वारा कहा गया कि यह निर्णय उपभोक्ताओं के अधिकारों के रक्षा एवं संवर्धन के लिए लिया गया है और यह सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है कि किसी भी सामान या सेवा का गलत या भ्रामक विगापन ना किया जाए जो उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 2019 के प्रावधानों का उल्लंघन करता है।
मुख्य आयुक्त निधि खरे और आयुक्त अनुपम मिश्रा ने जारी किया आदेश
आपको बता दें कि श्री राम IAS संस्थान के खिलाफ यह आदेश मुख्य आयुक्त निधि खरे (Nidhi Khare) और आयुक्त अनुपम मिश्रा (Anupam Mishra) ने जारी किया। आदेश में कहा गया है कि कोचिंग संस्थान और एडटेक प्लेटफार्म संभावित उम्मीदवारों को प्रभावित करने के लिए एक ही सफल उम्मीदवारों की तस्वीरों और नामों का उपयोग करते हैं और उम्मीदवारों द्वारा चुने गए पाठ्यक्रमों एवं पाठ्यक्रम की अवधि के खुलासे के बिना यह दावा किया जाता है।
श्री राम IAS के विज्ञापन में किए गए दावे
श्री राम IAS संस्थान ने अपने विज्ञापन में दावा किया कि वर्ष 2022 में संस्थान से 200 से अधिक अभ्यर्थियों का चयन हुआ जबकि संस्थान से महज 171 अभ्यर्थियों का चयन हुआ। साथ ही संस्थान ने भारत में सर्वश्रेष्ठ और नंबर – 1 होने का दावा भी किया।
* यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में 2022 में 200 से अधिक चयन
* श्री राम IAS संस्थान का दावा -हम भारत में नंबर -1 प्रतिष्ठित यूपीएससी/ आईएएस कोचिंग हैं।
उक्त दावों को लेकर CCPA ने अपने पड़ताल में पाया कि श्री राम IAS द्वारा विभिन्न पाठ्यक्रमों का विज्ञापन किया गया लेकिन UPSC 2022 परीक्षाओं के लिए विज्ञापनों में विज्ञापित सफल उम्मीदवारों द्वारा चुने गए पाठ्यक्रम के संबंध में जानकारी “जानबूझकर छुपाई गई”। दावा किया है कि ” इससे उपभोक्ताओं को गलत तरीके से यह विश्वास हो गया कि संस्थान द्वारा दावा किए गए सभी सफल उम्मीदवारों ने संस्थान द्वारा अपनी वेबसाइट पर विज्ञापित भुगतान किए गए पाठ्यक्रमों का विकल्प चुना था।”
मंत्रालय ने कहा कि सफल उम्मीदवारों द्वारा चुने गए पाठ्यक्रम के बारे में उपभोक्ताओं के लिए जानना जरूरी है ताकि वो यह महत्वपूर्ण निर्णय लेते समय सोच समझकर निर्णय ले सके।
श्री राम IAS ने सफल उम्मीदवारों का विवरण CCPA को सौंपा
श्री राम IAS ने 200 सफल उम्मीदवारों के दावों के बजाय 171 सफल उम्मीदवारों का विवरण प्रस्तुत किया। मंत्रालय ने कहा कि “इन 171 उम्मीदवारों में से 102 उम्मीदवार मुक्त साक्षात्कार मार्गदर्शन कार्यक्रम (आईजीपी) से थे, 55 उम्मीदवार मुक्त टेस्ट सीरीज से थे, 9 उम्मीदवार जीएस क्लास रूम कोर्स से थे और 5 उम्मीदवार राज्य सरकार और संस्थान के बीच मुक्त कोचिंग प्रदान करने के लिए हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन के तहत विभिन्न राज्यों से थे। जिसका खुलासा विज्ञापन में नहीं किया गया था, जिससे उपभोक्ताओं को धोखा दिया गया।”
अधिकांश छात्रों ने स्वयं के मेहनत से पास की प्रारंभिक परीक्षा
मंत्रालय ने यह भी बताया कि सफल उम्मीदवारों में अधिकांश अभ्यर्थी पहले ही प्रारंभिक परीक्षा पास कर ली थी, जिसमें संस्थान का कोई योगदान नहीं था। सिविल सेवा परीक्षा को सफलतापूर्वक पास करने के लिए अभ्यर्थियों को प्रारंभिक, मुख्य और व्यक्तित्व परीक्षण सहित परीक्षा के तीन चरणों को पास करना होता है।।
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