टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली, (30/09/2023): दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा आज पार्टी नेताओं, निगम पार्षदों एवं कार्यकर्ताओं के साथ गाज़ीपुर लैंडफिल साइट पहुंचे। इस दौरान वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि कूड़ा निस्तारन को लेकर 2022 नगर निगम चुनाव से पूर्व आम आदमी पार्टी ने बड़े बड़े दावे किये थे पर आम आदमी पार्टी के नगर निगम में सत्ता में आने के 8 माह बाद कूड़ा निस्तारन कार्य लगभग ठप्प पड़ा है।
सचदेवा ने कहा की नवम्बर 2022 के नगर निगम चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी दिल्ली की तीनों लैंडफिल साइट को लेकर खासकर गाज़ीपुर लैंडफिल साइट को लेकर बयानबाज़ी करती थी। सत्ता में आते हीं इसकी सफाई करने के बड़े बड़े दावे करती थी पर आज 8 माह बाद स्थिती ठीक विपरीत है। गाज़ीपुर से अधिक से अधिक 800 से 1000 मैट्रिक टन कूड़े का दैनिक निस्तारन होता है पर यहाँ रोज़ लगभग 2500 मैट्रिक टन गीला बदबूदार कूड़ा नया डाला जा रहा है।
मुख्यमंत्री केजरीवाल 2021-22 में अनेक बार राजनीतिक पर्यटन पर गाज़ीपुर लैंडफिल साइट आए पर नगर निगम में सत्ता में आने के बाद से ना मुख्यमंत्री केजरीवाल ना महापौर डा. शैली ओबरॉय ने कभी गाज़ीपुर लैंडफिल साइट के लिए कोई ठोस नई योजना रखी। सचदेवा ने मुख्यमंत्री को चुनौती दी की वह दिल्ली वालों के सामने एक मीटिंग का रिकॉर्ड रखें जो उन्होने गाज़ीपुर सहित तीनों लैंडफिल साइट से कूड़ा निस्तारन समीक्षा को लेकर की हो।
सचदेवा ने कहा है की सच यह है की गाज़ीपुर लैंडफिल साइट की जो भी उंचाई कम हुई है उसके पीछे तत्कालीन पूर्वी दिल्ली नगर निगम मे भाजपा शासन एवं सांसद गौतम गंभीर के अथक प्रयास रहे। सांसद गौतम गंभीर ने अधिकारियों के साथ यहाँ अनेक दौरे किए पर निगम में आम आदमी पार्टी ने सत्ता में आ कर अधिकारियों को सांसद की मीटिंगों में जाने से रोक दिया।
मार्च 2022 तक तत्कालीन भाजपा शासित पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने सभी नये टेंडर किये और जिस गाज़ीपुर में जुलाई 2019 में 140 लाख मैट्रिक टन कूड़ा था वहाँ सितम्बर 2022 में घट कर 85 लाख मैट्रिक टन कूड़ा रह गया था — पर खेद का विषय है गत 8 माह के आम आदमी पार्टी शासन मे मात्र 1.5 मैट्रिक टन कूड़े के ही निस्तारन हुआ है और आज जब हम यहाँ गाज़ीपुर आये हैं उस वक्त यहाँ 83 लाख मैट्रिक टन के पुराने पहाड़ के साथ ही एक नया पहाड़ और खड़ा हो रहा है।
सचदेवा ने कहा कि जब एमसीडी में बीजेपी की सरकार थी तब लगभग 4500 मैट्रिक टन कूड़ा प्रतिदिन प्रोसेस हो कर निस्तारित होता था जबकि आज आम आदमी पार्टी के शासन में अधिक से अधिक मात्र 800 से 1000 मैट्रिक टन कूड़ा निस्तारित होता है और सप्ताह मे एक दो दिन काम पूरी तरह बंद रहता है।
सितम्बर 2022 तक रोज़ाना ओसतन 1200 मैट्रिक टन नया कूड़ा गाज़ीपुर लैंडफिल साइट आता था जिसका मशीनें निस्तारन करती थीं पर आज आदमी पार्टी शासन मे रोजाना 2500 मैट्रिक टन नया कूड़ा वह भी गीला कूड़ा गाज़ीपुर लैंडफिल साइट आ रहा है जिसका कोई निस्तारन नही हो रहा और नया पहाड़ उठ रहा है।
वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा की गाज़ीपुर लैंडफिल साइट के आसपास रहने वाले ही नही पूरी दिल्ली के लोग खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से जवाब चाहते हैं की आखिर गाज़ीपुर लैंडफिल साइट कब साफ होगी। काम की जो आज रफ्तार है उससे तो लगता है की गाज़ीपुर में 2025 तक एक नहीं दो ऊंचे पहाड़ होंगे।