टेन न्यूज नेटवर्क
जयपुर (02 जून 2023): EPCH द्वारा ‘A Symposium on Handicrafts Vision 2030’ का भव्य आयोजन आईटीसी राजपुताना, जयपुर में आयोजित हुआ। कार्यक्रम में मंच से ईपीसीएच के नवनियुक्त चेयरमैन दिलीप बैद ने अपने स्वागत संबोधन में कहा कि ‘आज हम सभी वैश्विक चुनौतियों से गुजर रहे हैं और इसमें सबसे बड़ी बात है यह है कि हमारी क्या चुनौतियां हैं। और हम कैसे उन चुनौतियों से उबर पाएं।’ कार्यक्रम में “तीन गुना तीस तक” अर्थात् साल 2030 तक हस्तशिल्प उद्योग को तीन गुना बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया।
हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीचीएच) की बोर्ड मीटिंग भी हुई, जिसमें सर्वसम्मति से दिग्गज हैंडिक्राफ़्टस निर्यातक दिलीप बैद को ईपीसीएच का चेयरमैन नियुक्त किया।
EPCH के नवनियुक्त चेयरमैन दिलीप बैद एवं टेन न्यूज की खास बातचीत
टेन न्यूज से खास बातचीत में ईपीसीएच के नवनियुक्त चेयरमैन दिलीप बैद ने कहा कि हमने एक विजनिंग एक्सरसाइज की है , जिसमें “तीन गुना तीस तक” का लक्ष्य भी रखा हैं । ईपीसीएच के सभी प्रयास इसी दिशा में होंगे कि हमारे व्यापार एवं निर्यात सेक्टर 2030 तक तीन गुना बढ़े। जहां तक अलग- अलग देशों से व्यापार की बात है तो नियमित रूप से हम जिन देशों से व्यापार कर रहे हैं उससे इतर अफ्रीकी देशों में भी काफी संभावनाएं हैं और हम उन देशों की तरफ भी रुख करेंगे। उन्होंने एक महत्वपूर्ण बात कही है कि हम भारतीय बाजार (इंडिया मार्केट) को बहुत अधिक फोकस करेंगे।
वर्तमान वित्तीय वर्ष को लेकर दिलीप बैद ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि यह साल काफी चुनौतीपूर्ण (चैलेंजिंग) है। अगले साल हमारा व्यापार काफी तेजी से आगे बढ़ेगा। ईपीसीएच के सफर को लेकर बात करते हुए कहा कि यह यात्रा 350 करोड़ से शुरू हुई थी और अभी 35 हजार करोड़ पर पहुंच गई है। और साल 2030 तक हम 1 लाख करोड़ तक पहुंच जाएंगे। इसमें ईपीसीएच की बहुत बड़ी भूमिका है, प्रचार प्रसार से लेकर औद्योगिक व्यापार तक संस्था ने बड़ी भूमिका निभाई है। वहीं उत्पादों के डिज़ाइन , गुणवत्ता, कला एवं उसके पैकेजिंग को लेकर बातचीत करते हुए नवनियुक्त चेयरमैन ने कहा कि हम विशेषज्ञों की सलाह से उत्तम (ऑप्टिमल) पैकेजिंग करेंगे ताकि उत्पाद सही सलामत पहुंच जाए और किसी तरह का अन्य खर्च भी ना लगे।
ईपीसीएच के महानिदेशक डॉ राकेश कुमार ने निर्यातकों को दिया व्यापार विस्तार के मंत्र
मंच पर उपस्थित ईपीसीएच के महानिदेशक डॉ राकेश कुमार ने निर्यातकों से संवाद करते हुए कहा कि “आज के दिन जो भी स्कीम हैं, खास कर कोविड के आने के बाद कोई भी सब्सिडी देने की भारत सरकार की मंशा नहीं है और आपको मिलने वाले भी नहीं है। तो आप ये मानकर चलिए की अभी जितनी भी स्कीम आ रही है उसमें आप किसी प्रकार की अतिरिक्त छूट की आशा मत रखिए। अपने प्रोडक्ट को बाजार में बढ़ाइए, सरकार चाहती है आप निर्यात करें और सरकार आपको सपोर्ट भी कर रही है। राज्य सरकारों के एमएसएमई से आपको कुछ मदद मिल सकता है, उद्योग स्थापित करने के लिए लोन मिल सकता है लेकिन निर्यात पर सीधे तौर पर कोई सब्सिडी नहीं है।
निर्यातकों एवं व्यापारियों को हस्तशिल्प के क्षेत्र में व्यापार विस्तार को लेकर बताते हुए डॉ राकेश कुमार ने कहा कि आप घरेलू बाजार को भी एक बड़ा बाजार मानकर चलिए, चाइना से माल नहीं आएगा और हम इंडिया में अपने उत्पाद को बेच देंगे, यह भी बड़ी बात है।
बता दें कि राजस्थान के जयपुर में कार्यक्रम में ईपीसीएच के पूर्व चेयरमैन राजकुमार मल्होत्रा, फैशन डिजाइनर तरुण ताहिलीयानी, फ्लैट वर्ल्ड की निदेशक पूजा रौतेला, सेंट गोबेन के प्लांट मैनेजर टी.के. चक्रबर्ती सहित अलग अलग कंपनियों के सैकड़ो दिग्गज निर्यातक कारोबारी मौजूद रहे।इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण टेन न्यूज़ इंडिया यूट्यूब चैनल से हुआ ।।