BJP दलितों-आदिवासियों और शोषितों के अच्छे कार्यों में शामिल होने को अशुभ मानती है: राज कुमार आनंद, मंत्री

टेन न्यूज़ नेटवर्क

नई दिल्ली (26/05/2023): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे। वहीं नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के हाथों नहीं कराने पर सियासी संग्राम छिड़ा हुआ है जो कम होने का नाम नहीं ले रहा है। इसी कड़ी में दिल्ली सरकार के समाज कल्याण मंत्री राज कुमार आनंद ने गुरुवार को ट्विटर पर अपना वीडियो शेयर कर भारतीय जनता पार्टी के इस फैसले की निंदा की है और भारतीय जनता पार्टी पर हमला किया है। साथ ही उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को सलाह दिया है कि अभी भी समय है नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति से कराएं।

उन्होंने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि “भारतीय जनता पार्टी ने भारत के नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति से ना कराने का फैसला लिया है। इससे देश की महिलाओं, दलितों, आदिवासियों और पिछड़ों का अपमान हुआ है। भारतीय जनता पार्टी का यह कदम उनके दलित विरोधी होने का प्रणाम देता हैं।”

उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि “भारतीय जनता पार्टी के इस फैसले से आज देश की महिलाएं, दलित, आदिवासी और पिछड़े वर्ग के लोग, जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी की चिकनी-चुपडी बातों में आकर नरेंद्र मोदी जी को देश का प्रधानमंत्री बना दिया और आज वो ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।”

उन्होंने आगे कहा कि “यह फैसला दर्शाता है कि अभी तक भाजपा और आरएसएस वाले उन हजारों साल पुरानी रूढ़िवादी मानसिकता से बाहर निकलकर नहीं आए हैं जिसमें माना जाता था कि महिलाएं, दलित और आदिवासी शुभ कामों में अशुभ होते हैं। ये बात आज तक उनके दिमाग में भरा हुआ है। ये उसी का प्रणाम है। जिसका हक बनता है उससे उद्घाटन ना करा कर ये बात साबित हो जाता है।”

उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को सलाह देते हुए कहा कि “अभी भी समय है, जिसका मान सम्मान बनता है उनको वो मान सम्मान दें और नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति से कराएं।”