दिल्ली के जंतर मंतर पर पहलवानों से मिले सचिन पायलट, कहा- जल्द से जल्द इनकी मांगों को किया जाए पूरा

टेन न्यूज़ नेटवर्क

नई दिल्ली (19/05/2023): दिल्ली के जंतर-मंतर पर भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों का धरना प्रदर्शन जारी है। इसी बीच कांग्रेस नेता सचिन पायलट WFI के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पहलवानों से मिलने जंतर-मंतर पहुंचे। इस दौरान सचिन पायलट ने न्यायिक प्रक्रिया पर सवाल उठाया है। साथ ही उन्होंने कहा कि हमारे खिलाड़ी जिस न्याय की मांग कर रहे हैं उसमें निष्पक्ष जांच हो और इनकी मांगों को जल्द माना जाएं।

सचिन पायलट ने पहलवानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि जिस देश का नौजवान, किसान और पहलवान खुश नहीं है तो देश खुश नहीं हो सकता। आज मुझे बड़ा दुख है। हम समर्थन देने और इस बात को रेखांकित करने के लिए आएं हैं कि अगर सब कुछ ठीक है न्याय मांगने वाले को अगर न्याय नहीं मिलेगा और न्याय समय पर नहीं मिलता तो बहुत बड़ा अन्याय नौजवानों के साथ होता है। हम यह चाहते हैं कि निष्पक्ष जांच हो।

उन्होंने आगे कहा कि जिन्हें देखकर हमें फर्क होता है और हमारा माथा चौड़ा होता है अगर वो लोग आज आंसू बहा रहे हैं, दुखी है, परेशान है उनकी बात सुनकर कानून के दायरे में रहते हुए अगर न्याय दिलाने में देरी हो रही है तो हम सबको इस पर गहन मंथन करना पड़ेगा कि ऐसा क्यों हो रहा है और किसके दबाव में है रहा है।

उन्होंने कहा कि यह किसी एक प्रदेश, जाति, धर्म या बिरादरी की बात नहीं है। जब यह नौजवान देश के लिए मेडल जीत कर आए थे तो पूरे भारत का नाम रोशन किया था। इसलिए हमें बहुत दुख होता है कि इतने लंबे समय के बाद भी आज हम इन लोगों को संतुष्ट नहीं कर पा रहे हैं।
उन्होंने आग्रह करते हुए कहा कि जल्द से जल्द इनकी मांगों को पूरा किया जाए। उन्होंने आगे कहा कि हम सब इनके समर्थन में पहले भी थे, आज भी है और हमेशा रहेंगे।

बता दें कि बजरंग पुनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक समेत शीर्ष भारतीय पहलवान 23 अप्रैल से जंतर मंतर पर धरना दे रहे हैं। प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने उन्हें गिरफ्तार करने और पद से बर्खास्त करने की मांग की है। दिल्ली पुलिस ने एक नाबालिग सहित 7 महिला पहलवानों द्वारा की गई शिकायत के आधार पर बृजभूषण के खिलाफ 28 अप्रैल को दो एफआईआर दर्ज किया था।