टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (30 मार्च 2023): सर्वोच्च न्यायालय ने राजनीति में धर्म और नफरती भाषणों को लेकर सख्त नाराजगी जताई है। नफरती बयानों को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने तल्ख टिप्पणी की है, न्यायमूर्ति केएम जोसेफ ने कहा कि हर रोज टीवी और सार्वजनिक मंचों पर नफरत फ़ैलाने वाले बयान दिए जा रहे हैं।
न्यायलय ने पूर्व में प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू एवं अटल बिहारी के भाषणों का भी जिक्र किया और कहा की उनके भाषणों को सुनने के लिए दूर-दराज के इलाकों के लोग इकट्ठा होते थे। गो टू पाकिस्तान जैसे बयानों से नियमित रूप से गरिमा को तोड़ा जाता है।
न्यायमूर्ति केएम जोसेफ ने मामले में महाराष्ट्र सरकार के रवैये पर कहा कि ” राज्य नपुंसक है। वो समय पर काम नहीं करते। जब राज्य ऐसे मामलों पर चुप्पी साध लेंगे तो फिर उनके होने का मतलब क्या है?”