क्या मनीष सिसोदिया के जन्मपत्रिका में जेल योग है

सेलिब्रिटी वास्तु शास्त्री डॉ सुमित्रा अग्रवाल
सिटी प्रेसीडेंट इंटरनेशनल वास्तु अकादमी , कोलकाता
यूट्यूब वास्तु सुमित्रा
 जिस प्रकार जन्म के समय ये बताना संभव है की क्या जन्म लेने वाला डॉक्टर बनेगा या इंजीनियर , साधु बनेगा या चोर  ठीक उसी प्रकार कई ऐसे योग है जो दर्शाते है की व्यक्ति जेल जायेगा की नहीं।  इन योगो को बंधन योग बोलते है।
बन्धन योग
कर्क लग्न, सिंह लग्न या मीन लग्न में पापग्रह स्थित हों तो यह योग होता है । जातक को कैद का संकट उत्पन्न हो सकता है ।  ये योग मनीष सिसोदिया के जन्मपत्रिका में भी है।
जन्मपत्रिका के किन योगो ने इन्हे नेता बनाया है –
१। राज सम्बन्ध योग- लग्न से दशमेश यदि अमात्यकारक से युत या दृष्ट हो या स्वयं अमात्यकारक दशम भाव में स्थित हो या दशमेश से युत हो तो यह योग होता है । इनके जन्मपत्रिका का ये योग इन्हे  सत्ता दिलाने में सक्षम साबित हुआ।
२। महापरिवर्तन योग – लग्नेश यदि द्वितीयेश से भाव अदला-बदली करता है या चतुर्थेश या पंचमेश या सप्तमेश या नवमेश या दशमेश या एकादशमेश लग्नेश से भाव बदलते हैं (तो महापरिवर्तन योग होता है। इस योग से जातक को सम्पदा, प्रतिष्ठा और भौतिक सुखानुभूति मिलती है साथ ही इसमें जिस भाव का योगदान होता है उसके अनुसार अनुकूल अच्छे परिणाम मिलते हैं ।   इस योग ने मनीष सिसोदिया को सत्ता दिलाई।
३।  राजयोग – नवमांश राशि के स्वामी यदि चन्द्र के आधिपत्य में हो और केन्द्र अथवा लग्न अथवा बुध से त्रिकोण में हो तो राजयोग होता है । जातक शासक के समान होता है ।
इस योग ने भी मनीष सिसोदिया को पद दिलाया।
४।  गजकेसरी योग
जब चन्द्रमा से केन्द्रस्थान (१ /४ /७ /१०) में गुरु हो तो गजकेसरी योग होता है।योगजनक ग्रह: चन्द्रमा व गुरु।
 ‘गजकेसरी योग’ में उत्पन्न जातक तेजस्वी, धन धान्य से युक्त, मेधावी, गुणी, राजप्रिय होता है। जातक केसरी अर्थात शेर की तरह अपने शत्रुवर्गो को नष्ट कर देता है। ऐसा व्यक्ति का वाणी पर आधिपत्य होता है और ये सभाओं में किसी विषय पर गम्भीरता पूर्वक और अधिकार से बोलते है, भाषण देते है।  ये व्यक्ति राजस वृत्ति का होता है। बहुत तीव्र बुद्धि हो, महान् यश प्राप्त करे और अपने स्वाभाविक तेज से ही औरों को जीत लें।   सतीश कौसल में ये गन उनके गजकेसरी योग से आये थे।
योगो ने मनीष सिसोदिया को आम आदमी पार्टी का नेता बनाया, दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री का पद दिलाया और अब योगो ने उन्हें बंधन भी दिया है।  योग तो अपना काम करते ही है कई बार देखा गया है की प्रकाशित रूप से योगो के फलो को सामने लाने का काम ग्रहो की दशाएं और गोचर करते है।