टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (05/02/2023): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ‘जयपुर महाखेल’ कार्यक्रम में शामिल हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जयपुर महाखेल’ के प्रतिभागियों को संबोधित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में शुरू हुआ खेल आयोजनों और खेल महाकुंभ का सिलसिला एक बड़े बदलाव का परिचायक है। खेल के मैदान से कभी कोई खिलाड़ी खाली हाथ नहीं लौटा है। आज के इस समारोह में कई ऐसे चेहरे मौजूद हैं जिन्होंने खेलों के क्षेत्र में देश का नाम रोशन किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राजस्थान की धरती तो अपने युवाओं के जोश और सामर्थ्य के लिए ही जानी जाती है। इतिहास गवाह है, इस वीर धरा की सन्तानें रणभूमि को भी अपने शौर्य से खेल का मैदान बना देती हैं। इसलिए अतीत से लेकर आज तक जब भी देश की रक्षा की बात आती है तो राजस्थान के युवा आगे खड़े होते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आजादी के इस ‘अमृतकाल’ में देश नई-नई परिभाषाएं गढ़ रहा है और नई व्यवस्थाओं का निर्माण कर रहा है। देश में आज पहली बार खेलों को भी सरकारी चश्मे से नहीं, बल्कि खिलाड़ियों की नज़र से देखा जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस बार के आम बजट में खेल विभाग को करीब 25,000 करोड़ का बजट आवंटित किया गया है। जबकि 2014 से पहले खेल विभाग का बजट 800-850 करोड़ के आस-पास ही रह जाता था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार अब जिला स्तर और स्थानीय स्तर तक पर खेल सुविधाएं बना रही है। अब तक देश के सैकड़ों जिलों में लाखों युवाओं के लिए स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ओलंपिक जैसी बड़ी वैश्विक प्रतियोगिताओं में भी अब सरकार पूरी शक्ति से अपने खिलाड़ियों के साथ खड़ी रहती है। TOPS जैसी स्कीम के जरिए वर्षों पहले से खिलाड़ी ओलंपिक की तैयारी कर रहे हैं। भारत के प्रस्ताव पर यूनाइटेड नेशंस वर्ष 2023 को इंटरनेशनल मिलेट ईयर के तौर पर मना रहा है। राजस्थान तो मिलेट्स यानी मोटे अनाजों की श्री अन्न की बेहद समृद्ध परंपरा का घर ही है। राजस्थान का श्री अन्न-बाजरा और श्री अन्न-ज्वार यहां की पहचान है।