टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (05/01/2023): कंझावला मामले में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल दिल्ली पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं। इसे लेकर स्वाति मालीवाल ने केंद्र सरकार को सुझाव दिया है कि यह केस दिल्ली पुलिस से लेकर सीबीआई को ट्रांसफर किया जाए। इसे लेकर स्वाति मालीवाल ने आज यानी गुरुवार को ट्विटर पर अपना एक वीडियो शेयर किया।
उन्होंने वीडियो में कहा कि आज पुलिस की आयोग में पेशी हुई। जब उनसे मैंने पूछने की कोशिश की कि किस तरह से जांच की गई है तो उनके जांच में बहुत सारे प्रश्न चिन्ह निकल कर सामने आए हैं। मेरा केंद्र सरकार को सुझाव है कि यह केस तुरंत दिल्ली पुलिस से लेकर सीबीआई को ट्रांसफर कर देना चाहिए। क्योंकि अभी तक दिल्ली पुलिस ने जो इस केस में जांच किया है वह मेरे हिसाब से बिल्कुल ही चिंताजनक है और संतुष्ट करने वाली नहीं है।
उन्होंने कहा कि पहली बात हमें यह पता चला है कि दिल्ली पुलिस ने अब तक निधि का फोन ज़ब्त नहीं किया है। ऐसा कैसे हो सकता है? निधि का फोन ज़ब्त करना बहुत जरूरी है क्योंकि उस फोन में बहुत अहम सबूत हो सकता है। अभी तक निधि का फोन ज़ब्त नहीं किया गया है।
उन्होंने कहा कि दूसरी बात यह है कि अभी तक सारे सीसीटीवी फ़ुटेज खंगाले नहीं गये और उनके रिकॉर्डिंग अभी तक दिल्ली पुलिस के द्वारा ली नहीं गई है। उनमें से कुछ सीसीटीवी फुटेज ही दिल्ली पुलिस ने देखे हैं मेरे हिसाब से ये भी होना बहुत जरूरी है।
उन्होंने कहा कि तीसरा जितने भी चश्मदीद गवाह है उन सब का 164 बयान अभी तक दर्ज नहीं किया गया है। यह मेरे हिसाब से बहुत गलत है। सारे चश्मदीद गवाहों का 164 बयान दर्ज किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस मामले में दिल्ली पुलिस का रवैया कई प्रश्न उठाने वाला रहा है क्योंकि दिल्ली पुलिस ने हमें बताया कि 2:22 मिनट पर पहला पीसीआर कॉल आया। तब दिल्ली पुलिस ने इस केस में कोई भी कार्रवाई नहीं की। जब 4:15 बजे एक और कॉल आया पीसीआर पर और बताया कि लड़की की लाश नग्न पड़ी है तब जाकर पीसीआर वहां पहुंचती है। मेरे हिसाब से जो भी ऑफिसर्स है और जिसकी भी गलती है उन सबकी पहचान करके सस्पेंड करना चाहिए और ये पूरा का पूरा केस सीबीआई को ट्रांसफर कर देना चाहिए।