नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री एवं लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के अध्यक्ष राम विलास पासवान ने शनिवार को कहा कि शरद यादव चाहें तो जनता दल (युनाइटेड) छोड़कर जा सकते हैं. पासवान ने यहां मीडिया से बातचीत में कहा कि वास्तव में मैं इस मुद्दे पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता, लेकिन ऐसी संभावनाएं हैं कि वह अपनी अलग पार्टी गठित कर सकते हैं. उन्हें जेडीयू की ओर से बोल दिया गया है कि वह स्वतंत्र हैं और वह पार्टी छोड़कर जा सकते हैं. अगर वह चाहते ही हैं, तो पार्टी छोड़ क्यों नहीं देते.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और कांग्रेस के साथ महागठबंधन तोड़कर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के साथ हाथ मिलाने के साथ ही नीतीश और पूर्व पार्टी अध्यक्ष शरद यादव के बीच मतभेद पैदा हो गए हैं.
शरद यादव ने दावा किया है कि असली जेडीयू का समर्थन उनके साथ है. इस पर पासवान ने कहा कि राजनीति में किसी व्यक्ति की ताकत अहम होती है और जेडीयू के मौजूदा अध्यक्ष नीतीश कुमार आज उतने ही प्रभावशाली नेता हैं. राजनीति में इसका कोई महत्व नहीं है कि पार्टी आपने बनाई है या नहीं बनाई है. सबसे अहम बात यह है कि किसी व्यक्ति ने वह ताकत अर्जित की है या नहीं. शरद यादव को यह स्वीकार कर लेना चाहिए कि नीतीश के पास अब वह ताकत है और उनके पास नहीं.
नीतीश कुमार के जेडीयू को सरकारी पार्टी कहे जाने पर पासवान ने कहा कि जब शरद यादव राजग सरकार में मंत्री थे, तब यह सरकारी पार्टी नहीं थी, बल्कि एक क्रांतिकारी पार्टी थी. अब वह सरकार में नहीं हैं तो पार्टी सरकारी पार्टी हो गई है.
पासवान ने एनडीए गठबंधन में नीतीश कुमार के शामिल होने की सराहना की. उन्होंने कहा कि कुछ भी हो वह एनडीए का हिस्सा बन चुके हैं. सिर्फ कुछ तकनीकी औपचारिकताएं शेष हैं. उन्हें एनडीए में शामिल होने दीजिए, हम मिलकर काम करेंगे.