टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (1/08/2022): संसद का मानसून सत्र चल रहा है वहीं आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने आज यानी सोमवार को महंगाई और GST के मुद्दे को लेकर नियम 267 के तहत राज्यसभा में नोटिस दिया है। उन्होंने नोटिस में मांग किया है कि सदन के अन्य कार्यों को स्थगित कर देश को बढ़ती महंगाई से बचाने के लिए सदन में इस विषय पर चर्चा कराई जाए। उन्होंने नोटिस में कहा है कि हमारे देश में महंगाई हर रोज नया आसमान छू रही है। इस बढ़ती महंगाई ने आम आदमी के जीवन को हिला कर रख दिया है। इसके बावजूद भी सरकार ने जीएसटी की दरों को बढ़ा कर गरीब और मध्यम वर्ग समेत हर आदमी के मुँह से निवाला छीनने का काम किया है।
उन्होंने नोटिस में कहा है कि “आजादी के बाद से आज पहली बार ऐसा हुआ है कि अब लोगों को रोटी बनाने के लिए आटा पर भी 5% टैक्स देना होगा। सरकार ने दाल, दही, लस्सी और चावल में से किसी को भी नहीं छोड़ा। सरकार ने सिर्फ खाने पर ही नहीं बल्कि आम आदमी की जरूरत की हर चीज पर 5% से लेकर 18% तक टैक्स बढ़ा दिया है। आम आदमी की कमर पहले ही पेट्रोल-डीजल की कीमतों ने तोड़ रखी है, वहीं डॉलर के मुकाबले रुपया ₹ 80 के पार चला गया है। यह दिखाता है कि सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था को बहुत ज्यादा बुरे हालातों में पहुॅचा दिया है।”
उन्होंने कहा है कि “एक तरफ दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की सरकार है जिसने बिजली, पानी, शिक्षा और यात्राओं को फ्री करते हुए भी अपने बजट को फायदे का बनाया हुआ है वहीं यह केंद्र सरकार है जो लगातार देश की अर्थव्यवस्था को गड्ढे में गिराकर लोगों के ऊपर महंगाई का कमरतोड़ बोझ डाल रही है। यह बड़े ही आश्चर्य की बात है कि सरकार एक तरफ गरीबों और मध्यम वर्ग के लोगों की जेब से सारा पैसा लूट रही है वहीं दूसरी तरफ चंद पूँजीपतियों के लाखों-करोड़ों रुपयों के कर्ज को माफ कर दे रही है। जबकि देशहित में असली कदम यह होता कि गरीबों को महंगाई से राहत दिलाने का प्रयास किया जाता है और जिनके पास बेतहाशा धन-दौलत है उनसे टैक्स की वसूली की जाती है।”
उन्होंने कहा कि “पूरे विश्व में भारत की छवि एक कल्याणकारी राज्य की रही है लेकिन सरकार का यह कदम देश में भुखमरी, कुपोषण और गरीबी को बढ़ाकर भारत की छवि को खराब करेगा। उन्होंने कहा कि सरकार का यह कदम कई घरों के चूल्हों को खत्म कर देगा और लोगों को आटा-चावल के लिए भी तरसा देगा।”