कांग्रेस-आप आमने-सामने, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने लगाए गंभीर आरोप

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली, (20/07/22): दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली के साथ अरविन्द केजरीवाल की वादा खिलाफी को उजागर करने के लिए कांग्रेस पार्टी हमेशा अग्रसर रही है। केजरीवाल की टीकरी और पूठ खुर्द में गरीबों के लिए 16600 फ्लैट बनाने की घोषणा पूरी तरह दिल्लीवालों को गुमराह करने वाला है, क्योंकि यह परियोजना शीला दीक्षित की सरकार ने आरम्भ की थी और 2018 तक पूरा करना था। परंतु केजरीवाल सरकार की गैर जिम्मेदाराना प्रवृति के कारण हुए विलंब से इस योजना पर 646 करोड़ की अतिरिक्त खर्च आऐगा।

अनिल चौधरी ने कहा कि केजरीवाल शायद अपनी उस घोषणा से अनभिज्ञ है। जिसको उन्होंने रेलवे लाईन के नजदीक बसी 48000 झुग्गियों को 3 महीने के अंदर हटाने के सुप्रीम कोर्ट के 31 अगस्त 2020 के आदेश के बाद उतर रेलवे को 10 सितम्बर 2020 को पत्र लिखकर दिल्ली सरकार द्वारा 45857 फ्लैट रेलवे को देने की घोषणा की थी। पत्र में दिल्ली सरकार ने स्पष्ट कहा था कि दिल्ली सरकार रेलवे 29,257 फ्लैट देगी जो सुल्तानपुरी, सावदा, घेवरा, भलस्वा, बवाना और नरेला में बनकर तैयार है और शेष 16600 फ्लैट टीकरी और पूठ खुर्द में दिसम्बर 2021 तक तैयार हो जाऐंगे। उन्होंने कहा कि 16,600 फ्लैटों को पुनः बनाने की केजरीवाल सरकार की घोषणा दिल्लीवालों के साथ अन्याय है जो उनकी गरीब विरोधी सोच को उजागर करता है। उन्होंने कहा कि जेएनएनयूआरएम योजना को मार्च 2012 में स्वीकृती मिली थी जिसे मार्च 2017 तक पूरा होना था। केजरीवाल सरकार 5 वर्ष तक इस प्रोजेक्ट को बंद कर दिया और अब इसपर लगभग 50 प्रतिशत अधिक 646 करोड़ रुपये अतिरिक्त खर्च होंगे और 1564 करोड़ के इस प्रोजेक्ट परअब 2210 करोड़ होंगे।

 

अनिल कुमार ने कहा कि केजरीवाल केवल राजनीतिक उदेश्यों की पूर्ति के लिए दिल्लीवालों को गुमराह करने के लिए नई-नई घोषणाऐं करते है, उन्हें दिल्लीवासियों के हितों और अधिकारों से कोई लेना देना नही है। यही कारण है कि कांग्रेस की दिल्ली सरकार द्वारा राजीव रत्न आवास योजना के तहत बनाऐं गए मकानों को केजरीवाल और मोदी सरकार मिलकर किराऐ पर देने की योजना बना रही है। उन्होंने कहा कि गरीबों के लिए बने फ्लैटों का दिल्ली की केजरीवाल सरकार पिछले 8 वर्षों से अलॉटमेंट करने में पूरी तरह विफल साबित हुई है। कांग्रेस सरकार के दौरान जवाहरलाल नेहरु राष्ट्रीय शहरी नवीकरण मिशन जेएनएनयूआरएम के तहत डीएसआईडीसी ने 34620 फ्लैट बनाने का काम शुरु किया, परंतु केजरीवाल के 8 वर्षों के शासन के बाद भी प्रोजेक्ट आधा अधूरा पड़ा है।