13/06/2022, दिल्ली: ‘ए मैन इज़ नोन बाई हिज़ कंप़नी दैट हि कीप्स’ की यह कहावत सीएसयू के लिए सही तरीके से लागू होती है क्योंकि पिछले कुछ महीनों से यहां सक्रिय अकादमिक गतिविधियां बढ़ती दिखाई दे रही हैं। आज नैक के निदेशक प्रो एस सी शर्मा जैसे चर्चित शिक्षाविद्, व्यूरोक्रेट, वैज्ञानिक, टेक्नोक्रेट तथा नियमविद् की केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, दिल्ली के चर्चित और विजनरी कुलपति प्रो श्रीनिवास वरखेड़ी के साथ मीटिंग हुयी। बता दें कि स्टैनर्ड विश्वविद्यालय, यूएसए ने देश के विश्व के संमानित दो प्रतिशत वैज्ञानिकों में से एक स्थान प्रो शर्मा को भी दिया गया है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इन्होंने ग्रीन टेक्नोलॉजी की शिक्षा के क्षेत्र में सराहनीय अनुसंधान किया है । इसके साथ ही, प्रो शर्मा को संगीत विद्या में योगदान देने के लिए भी अन्तरराष्ट्रीय थेमरेक सम्मान – 2013, लौस वेगाज, यूएसए से सम्मानित किया गया है।
इसके अलावा प्रो शर्मा के ग्रीन टेक्नोलॉजी चिन्तन के जरीए एक नया वातायन का रास्ता खुल सकता है। आपको बता दें कि कुलपति प्रो वरखेड़ी खुद भारतीय शास्त्र परंपरा के विद्वान् और कम्प्यूटेशनल लिंग्विस्टिक के मशहूर विद्वान् हैं। इन दोनों महान विद्वानों की समन्वित दृष्टि से संस्कृत विद्या के क्षेत्र में नवाचार की संभावना और बढ़ गयी है। संस्कृत संगीत के लिए माईट्रौकौन्ड्रिया के जैसे जीवनदायिनी रही है। ऐसा माना जा रहा है कि इस क्षेत्र में भी अभिनव विस्तार खुल सकता है। इसके अलावा CSU परिवार ने यह आशा जताई कि प्रो शर्मा का बहुआयामी ज्ञान फलक विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो वरखेड़ी के लिए बौद्धिक ऊर्जा गृह में सहायता करेंगे।