टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली, (18/04/22): दिल्ली के जहांगीरपुरी में हनुमान जन्मोत्सव की शोभा यात्रा के दौरान हिंसक झड़प का मामला सामने आते ही दिल्ली में फिर से दंगे की आग धधक उठी है। जहांगीरपुरी इलाके में सुरक्षा के मद्देनजर दिल्ली पुलिस पैरामिलिट्री फोर्स रैपिड एक्शन फोर्स के तमाम एजेंसियों को सुरक्षा के लिए लगाया गया है।
आपको बता दें कि दिल्ली पुलिस और स्पेशल टीम जांच कर रही है जिसमें शुरुआती कार्यवाही में कल 14 लोगों को हिरासत में लिया गया था वही आज कुल आंकड़ा 23 हो गया है अभी तक 23 लोगों को हिरासत में लिया गया है और सभी लोगों से पूछताछ की जा रही है।
दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने कहा कि शांति बनाए रखें किसी भी अफवाहों पर ध्यान ना दें अफवाह फैलाने वाले लोगों पर भी कार्यवाही होगी प्रशासन अपना काम कर रही है और आम लोगों से अपील करते हुए कहा कि किसी भी तरह की अफवाहों और फेक वीडियो पर ध्यान ना दें।
इस बीच पूरे मामले पर राजनीति भी तेज हो गई है दिल्ली बीजेपी इस मसले पर अरविंद केजरीवाल को घेरने की कोशिश कर रही है वही आम आदमी पार्टी इस घटना के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहरा रही है।
इसी कड़ी में AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने एक बड़ा बयान दिया है और उन्होंने कहा है कि सरकार चाहती थी कि दंगा हो। ओवैसी ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस पूरे मसले पर मुसलमानों को दोषी ठहराया है। चुनाव के दौरान वह वोट लेते हैं और फिर मुसलमानों को कटघरे में खड़े कर देते हैं।
ओवैसी ने कहा कि दिल्ली के जहांगीरपुरी में दंगा सरकार द्वारा प्रायोजित किया गया था। इसके लिए बकायदा इजाजत दी गई और हिंसा होने दी गई। दंगे अचानक से नहीं होते, जब सरकार चाहती है तभी दंगे होते हैं। उन्होंने कहा कि शोभायात्रा के दौरान धमकी वाले नारे लगाए गए। सैकड़ों हाथों में तलवार और कट्टे थे। मस्जिद के सामने आपत्तिजनक गाने चलाए गए।
ओवैसी ने सरकार और प्रशासन से सवाल करते हुए कहा कि शोभायात्रा में तलवारों की क्या जरूरत है अगर एक समुदाय के हाथों में तलवार है तो उसे आप तलवार कह रहे हैं और दूसरे समुदाय के हाथ में तलवार है तो क्या वह फूल है।
इतना ही नहीं ओवैसी ने प्रशासन और दिल्ली पुलिस पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि जब शोभा यात्रा की इजाजत दी गई तो सुरक्षा के बंदोबस्त क्यों नहीं किए गए। जब शोभायात्रा मस्जिद के पास से निकल रही थी तो उस दौरान प्रशासन क्या कर रही थी।
आपको बता दें कि जहांगीरपुरी हिंसा कि जो आग है वह धधक उठी है। इस पर जमकर राजनीति हो रही है दोनों समुदायों का अलग-अलग तर्क है। लेकिन हकीकत क्या है इसके लिए महज इंतजार करना होगा जब दिल्ली पुलिस और स्पेशल एजेंसियां जो इस मसले की जांच कर रही है उसकी तरफ से जब रिपोर्ट सामने आएगी।