कोरोना महामारी के दौरान भारत में कोरोना प्रबंधन की पूरे विश्व में हो रही है चर्चा: केंद्रीय मंत्री

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली, (12/04/22): बीजेपी इन दिनों सामाजिक न्याय पखवाड़ा माना रही है इसी के अंतर्गत आज वैक्सीनेशन को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि टीकाकरण अभियान के दौरान 10 लाख से अधिक हमारे हेल्थकेयर वर्कर इस काम में लगे। उन्होंने रेगिस्तान हो, पहाड़ हो, बर्फ हो या नदी पार करके देश भर में टीकाकरण अभियान चलाया। 16 जनवरी, 2021 को देश में टीकाकरण अभियान प्रारंभ हुआ और उसे बहुत तालमेल के साथ चलाया गया।

प्रधानमंत्री जी भी अपनी बारी आने पर ही वैक्सीन लगवाने गए। दुनिया में 18 साल से अधिक के 97% लोगों को पहली डोज लगाने वाला भारत पहला देश है, 85% लोगो को दूसरी डोज भी लग चुकी है। 15 से 18 वर्ष के 5.77 करोड़ लोगों को पहली और 3.98 करोड़ लोगों को दूसरी डोज लगाई जा चुकी है।

मंडाविया ने कहा कि भारत सरकार ने covid management और vaccination drive चलाई। ये एक नागरिक के रूप में आपके लिए, मेरे लिए और देश के लिए गौरव का विषय है। पहले स्थिति ये थी कि कुछ अच्छा होता है तो वो दुनिया में ही होता है और उसका भारत में उदाहरण दिया जाता था।

मंडविया ने कहा की लेकिन मैं परसो जेनेवा में एक Vaccine Global Aliance की बैठक में भाग लेकर आया। दुनिया ने जिस तरह से भारत के कोरोना प्रबंधन और टीकाकरण अभियान को देखा है कि किस तरह से एक दिन में 2.5 करोड़ डोज लगाई गई। किस तरह से इतने बड़े देश में कोरोना प्रबंधन किया गया।

केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा की दुनिया में वैक्सीन रिसर्च होता था तो इसके कम से कम 10 साल बाद भारत में वो वैक्सीन आती थी। आप सोचिये कि अगर स्वदेशी वैक्सीन न बनती तो हमारी क्या हालत होती।

मंडाविया ने कहा कि आज 130 करोड़ देशवासी गर्व कर सकते हैं कि दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान भारत में चल रहा है। विश्व में तेज गति से टीकाकरण आज कहीं हो रहा है, तो वो भारत में हो रहा है।

स्वास्थ मंत्री मंडाविया ने कहा की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में पूरा देश कोरोना के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ रहा है। विश्व का सबसे बड़ा और तीव्र गति से चल रहे टीकाकरण अभियान से भारत कोरोना पर काबू पा रहा।

कोरोना के XE वेरिएंट पर केंद्रीय स्वास्थ मंत्री मंडाविया ने कहा कि हम एहतियात के तौर पर लगातार इस वेरिएंट की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। उन्होंने कहा की एक बात समझनी होगी कि कोरोना अभी गया नहीं है बस डाउन हुआ है। इसलिए हमें पूरी तरह सतर्क और जागरूक रहने की जरूरत है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा की हमने आज अधिकारियों के साथ बैठक की थी और उन्हें निर्देश दिया है कि हर जिले में कम से कम 10 रैंडम टेस्ट हर दिन किया जाना जरूरी है। इनकी जीनोम सिक्वेंसिंग करके रेगुलर काम चलते रहना चाहिए।

स्वास्थ मंत्री मंडाविया ने कहा की 16 से 23 अप्रैल तक हेल्थ विभाग के तरफ से पूरे देश के अंदर आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत हेल्थ मेला का आयोजन किया जाएगा, जिसमें तमाम तरह के हेल्थ सुविधा से लोगों को जोड़ने की कोशिश की जाएगी।