नई दिल्ली : (03/01/2022): कोरोना और ओमीक्रोन के बढ़ते मामलों के कारण कोनरवा अध्यक्ष पी0एस0 जैन और महासचिव अनील शर्मा ने केन्द्रीय मंत्री डॉ0 मनसुख मांडविया को एक पत्र लिखा हैं जिसमें उन्होंने लिखा है
“आपको ज्ञात है कि इस समय कोविड 19 महामारी के नए वेरियंट्स ओमीक्रोन का प्रकोप विश्व के साथ-साथ भारत में भी बढ़ता जा रहा है। इस नए वेरियंट्स को पुराने वेरियंट्स के मुकाबले ज्यादा खतरनाक बताया जा रहा है। जिस प्रकार देश के अन्य राज्यों के साथ दिल्ली सहित सम्पूर्ण एन0सी0आर0 में इस महामारी का गम्भीर संक्रमण हैं और वहॉ पर प्रति दिन कई सौ संक्रमीत कोरोना व ओमीक्रोन नए वेरियन्ट के निकल रहे है। इसको ध्यान में रखते हुऐ हमें सम्पूर्ण एन0सी0आर0 में ज्यादा सावधानी व सर्तक रहने की आवश्यकता है क्योंकि हजारों लोग प्रति दिन एन0सी0आर0 जाते व आते हैं। ऐसे में एन0सी0आर0 में भी संक्रमण बढ़ने का खतरा है। इसके साथ-साथ पड़ोसी राज्यों से आने वाले लोगो पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए। पिछले वर्ष के अनुभव को देखते हुऐ इस वर्ष भी पूर्व की भॉति युद्धस्तर पर सभी उपाय करने की आवश्यकता है।”
कोरोना और ओमीक्रोन से बचाव के लिए संस्था द्वारा कोरोना नियंत्रण के लिए निम्न सुझाव दिए।
1. एन0सी0आर0 में कोविड के इलाज के लिए पर्याप्त मात्रा में बेड, वेन्टीलेटर नहीं है। अतः निजी कोविड हास्पिटल में बेड, वेन्टीलेटर की संख्या, डॉक्टर, पेरा मेडिकल स्टाफ की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए।
2. बाजार, बड़े ट्रेफिक जंक्शन, मेट्रो स्टेशन में प्रवेश, सेक्टर/ सार्वजनिक कार्यालयों में प्रवेश द्वार के पास दिशा-निर्देश के बिलबोर्ड/होर्डिंगस जागरूकता हेतू लगाई जानी चाहिए।
3. वित्त वर्ष पुलिस की गाड़ीयों के माध्यम से महामारी से बचाव के संदेश अनेक स्थानों पर चलाऐ गये थे, इसे पुनः किया जाना चाहिए। जिससे लोगो में ज्यादा जागरूकता आऐगी।
4. सम्पूर्ण एन0सी0आर0 के अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन युक्त बेड, आई0सी0यू0 बेड व वेन्टीलेटर की व्यवस्था की जानी चाहिए तथा डॉक्टर, परामेडिकल स्टाफ व जरूरी दवाईयॉ भी पर्याप्त मात्रा में व्यवस्था की जानी चाहिए।
5. ऑक्सीजन की व्यवस्था तथा ऑक्सीजन के उत्पादन के विकल्पों की तैयारी की जानी चाहिए क्योंकि मरीजों की संख्या प्रति दिन बढ़ रही है। ऐसा न हो कि एक दम मरीजों की संख्या बढ़ जाए और व्यवस्था ठप पड़ जाए। अतः उपयुक्त मात्रा में व्यवस्था करनी चाहिए।
6. कोविड टेस्ट की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए जिससे संक्रमितो का शिघ्र पता लगा कर उपचार किया जा सके अन्यथा इनके कारण संक्रमण बढ़ सकता है।
7. टीकाकरण की स्पीड बढ़ाई जानी चाहिए विशेषकर 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में और बुस्टर डोज अनिवार्य की जायनी चाहिए। जिन लोगों ने दुसरी डोज नही ली है उनको भी दुसरी डोज शिघ्र अति शिघ्र दी जानी चाहिए।
8. इस सम्बंध में सम्बंधित उच्च अधिकारियों द्वारा सामाजिक संगठन के लोगों के साथ अधिक जागरूकता हेतु, एन0सी0आर0 के सभी शहरो में जूम मिटिंग की जानी चाहिए।
9. राज्य सरकारो को आवश्यक गाइड लाईन दी जाये तथा गाइड लाईनों का पालन सुनिश्चित की जानी चाहिए।
इन सुझाव के साथ संस्था ने अपनी ओर से कोरोना नियंत्रण तथा जागरूकता फैलाने के लिए क्या प्रयास करेंगे इसका कोई ज़िक्र नहीं किया है । ज़ाहिर है कोरोना नियंत्रण तथा जागरूकता फैलाने की ज़िम्मेदारी हर भारतवासी की है । अब देखना यह है की हम कोरोना के तीसरी लहर का प्रभाव कब तक निम्न कर देते है ।