महंगाई के खिलाफ कांग्रेस का हल्ला बोल, 4 सितंबर को रामलीला मैदान में राहुल की रैली

टेन न्यूज़ नेटवर्क,

नई दिल्ली, (29/08/22): कांग्रेस पार्टी आगामी 4 सितंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में महंगाई के खिलाफ एक विशाल रैली का आयोजन करने जा रही है जिसमें कांग्रेस नेता राहुल गाँधी भी सभा को संबोधित करेंगे। कांग्रेस पार्टी का दावा है कि इस महंगाई रैली में पूरे देश से लोग जुट रहे हैं। इस महंगाई रैली के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने कहा कि केंद्र सरकार महंगाई पर अंकुश लगाने में फेल है। कांग्रेस पार्टी देश की जनता का जो सवाल है महंगाई पर वो रामलीला मैदान से मोदी सरकार से पूछेगी।

कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने कहा कि मोदी सरकार के दो भाई बेरोजगारी और मंहगाई। प्रेस वार्ता में गौरव बल्लव ने कहा कि एक समय था जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की जनता को महंगाई और बेरोजगारी से मुक्त भविष्य दर्शन इसके विपरीत आचरण में लोगों को रिकॉर्ड तोड़ मूल्य वृद्धि और 45 वर्षों में सबसे अधिक बेरोजगारी की भयावह स्थिति में डाल दिया है। एलपीजी 2014 में ₹410 प्रति सिलेंडर जिसका कीमत हो गया है 12 से 40 साल यानी कि 156% की वृद्धि हुई है।

पेट्रोल ₹71 प्रति लीटर 2014 में था जो अब 95 से ₹112 प्रति लीटर हो गया यानी कि 40% की वृद्धि हुई है। अगर डीजल की बात करें तो 2014 में ₹55 प्रति लीटर था जो 2022 में 90 से ₹100 प्रति लीटर हो गया यानी कि 75% की वृद्धि हुई है। गौरव वल्लभ ने कहा कि 2014 में सत्ता में आने के बाद प्रधानमंत्री मोदी केवल महंगाई को नियंत्रित करने में ही असफल नहीं होंगे बल्कि उनके गलत नीतियों ने वास्तव में लोगों की पीड़ा को और बढ़ा दिया है।

गौरव वल्ल्भ ने कहा कि प्रधानमंत्री ने 2019 में मतदाताओं के सामने इस बात का गम भरा था की खाने वाली वस्तु दही लस्सी और छार जैसी आवश्यक वस्तुओं को जीएसटी के दायरे से बाहर रखा गया है लेकिन 2022 में उन्होंने उन्हीं वस्तुओं का जीएसटी लगा दी। 2019 के चुनाव में लोगों से वोट के लिए उज्वला योजना का खूब प्रचार किया लेकिन चुनाव के तुरंत बाद उन्होंने संवेदनशीलता दिखाते हुए रसोई गैस पर सब्सिडी को खत्म कर दिया।

गौरव वल्ल्भ ने महंगाई पर मोदी सरकार को गिरते हुए कहा कि कच्चे तेल और रसोई गैस की अंतरराष्ट्रीय कीमतें पिछले कुछ महीनों से कम हो रही है लेकिन उपभोक्ताओं को इसका लाभ नहीं दिया जा रहा है इसके विपरीत जब जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कीमतों में वृद्धि होती है तो यह सरकार पेट्रोल डीजल और एलपीजी की कीमतों को बढ़ाना कभी नहीं भूलती।

गौरव वल्लभ ने कहा कि मोदी सरकार के दिशाहीन नीतियों ने बेरोजगारी की स्थिति को विनाशकारी मोड़ पर लाकर खड़ा कर दिया है नोटबंदी और जल्दबाजी में लागू की गई जीएसटी कर प्रणाली पहले ही अर्थव्यवस्था को बड़ा गहरा आघात पहुंचा चुकी थी, इन सबके ऊपर मोदी सरकार सार्वजनिक उपक्रमों को बंद कर रही हैं उनका निजीकरण कर रही है और बहुमूल्य राष्ट्रीय परिसंपत्तियों अपने पूंजीपति मित्रों को दे रही है। सरकार के युवा विरोधी नीतियों के कारण केंद्र सरकार में दस लाख पद खाली पड़े हैं जो कि कुल स्वीकृत पदों का 24% है।

सरकार की इन विवेक ही नीतियों के परिणाम विनाशकारी रहे हैं लाखों युवा निराश होकर नौकरी के बाजार से बाहर हो गए हैं इस पलायन के बावजूद 20 से 24 आयु वर्ग के 42% युवा जो अभी नौकरी की हताश में है वे बेरोजगार हैं।

गौरव ने सीधे तौर पर कहा कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस इस कठिन समय में लोगों के साथ खड़ी है संसद से सड़क तक हमने मोदी सरकार की आशा में था और कौन दिशा हिंदुओं के विरुद्ध आवाज उठाई है जिनके कारण भारत में महंगाई और बेरोजगारी में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है जून 2021 से अब तक हमने साथ राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन और जन जागरण कार्यक्रम आयोजित किए 5 अगस्त को महंगाई के खिलाफ राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन के बाद आगामी रविवार यानी कि 4 सितंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में महंगाई पर हल्ला बोल रैली आयोजित कर रहे हैं।

हम मांग करते हैं कि सरकार महंगाई पर अंकुश लगाने और रोजगार पैदा करने के अपने वादे को अविलंब पूरा करें और उसके साथ साथ हम सभी नागरिकों से आग्रह करते हैं कि जन विरोधी और युवा विरोधी दृष्टिकोण को बदलने के लिए सरकार पर दबाव बनाने के हमारे प्रयास में साथ आएं।