आज़ाद पुर मंडी ( दिल्ली ) में सजती है इंसानियत की थाली ।
( संजय सक्सेना ) रोटी बैंक, आजादपुर मंडी , की कोशिश है कि साधन संपन्न लोगो को प्ररित करना कि वह अपनी रोटी के साथ कुछ रोटी जरूरतमंद के लिए बनवाए और उसे अपने आस पास की रोटी बैंक की शाखा में जमा करवा दे जहाँ से भूख के खिलाफ संघर्ष कर रहे हमारे सेवादार वो रोटी के पैकेट भूख से ग्रस्त लोगो तक सम्मान्न पूर्वर्क दे सके । समाज में रोटी बैंक के प्रति सक्रियता और सहयोग को बढ़ावा मिले और रोटी बैंक के उदेश्य " ताकि कोई भूखा न रहे" को बल मिले ।
इस निमित्त माँ अन्नपूर्णा का स्तुति वंदन राष्ट्र कथा वाचक भाई अजय जी शाह द्वारा ऑडिटोरियम ,सिविल लाइन्स किया गया । दिल्ली की विभिन्न आर डव्लू ऐ , सामाजिक व्यापारिक संस्थानों के प्रतिनिधियो ने इस कार्यक्रम में शिरकत की।
रोटी बैंक की शुरआत जून 2015 में आज़ाद पुर मंडी के कुछ उत्साही एवम प्रयोग धर्मी व्यापारियों ने की थी ।जिसकी आज 30 शाखाये है । रोटी बैंक पिछले 600 दिनों में 2,00,000 लोगो को ससम्मान भोजन करवाने में सफल रहा । अगर सरकारी नीतियों से हटकर देखे तो शायद यह प्रयास खाद्य सुरक्षा नियम के बराबरी पर खड़ा है । रोटी बैंक टीम के सदस्य , राजकुमार भाटिया ने सभी उपस्थित जनों, सयोगकर्ताओ एवम मिडिया बन्धुओ का आभार प्रकट किया। उनके अनुसार मीडिया ने हमारे सामाजिक प्रयास को अपने कैमरे , वाणी , और लेखनी से लोगो तक प्रसार करके हमारे काम को बल दिया है । रोटी बैंक का सतत प्रयास है , संघर्ष है भूख के खिलाफ । हमारी संस्कृति और शास्त्रो में इस प्रकार की व्यवस्थाये पहले भी थी और आज भी , रोटी बैंक जैसे प्रयासो से भुखमुक्त समाज का निर्माण संभव है ।
कार्यक्रम मे रोटी से जुड़े इतिह्यस के सभी प्रसंगों पर चर्चा हुई । रोटी बैंक के अश्वनी चावला , राज बत्रा , योगेश मालिक , राजू नारंग , सोनिक सदाना , राकेश वाधवा , मीनाक्षी ढींगरा , नूतन चतुर्वेदी , रेखा बहिरानी , जसकिरण धाम और किरण नारायणी है ।