‘पद्मावती’ विवाद में कूदे रोहित रॉय ने कहा- भारतीय होना और भारत में रहना मेरे लिए दुःख की बात

फिल्मकारों और कलाकारों के लिए बने असहिष्णुता वाले माहौल और उनका ‘सिर काटने’ काटने की धमकी वाले बर्बर बयानों से अभिनेता रोहित रॉय बेहद परेशान हैं.उनका कहना है कि वह भारतीय होने और भारत में रहने को लेकर बेहद दुखी और निराश हैं.

रोहित ने ट्वीट किया, “पहली बार मैं इस बात को लेकर दुखी, निराश और क्रोधित हूं कि मैं एक भारतीय हूं और भारत में रह रहा हूं..मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं ऐसा कभी कहूंगा.वास्तव में यह बेहद दुखद है.जय हिंद.”

संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती’ को लेकर चल रहे विवाद पर उन्होंने कई ट्वीट किए. राजपूत संगठन करणी सेना और कुछ अन्य हिंदू संगठन भंसाली पर ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ करने का आरोप लगाते हुए फिल्म की रिलीज का विरोध कर रहे हैं.

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक नेता ने संजय लीला भंसाली और अभिनेत्री दीपिका पादुकोण का सिर काटने वाले को 10 करोड़ रुपये ईनाम में देने की बात कही है.

रोहित ने कहा, “आज लोग एक फिल्म के लिए कलाकारों, निर्देशकों का सिर काटने पर ईनाम की पेशकश कर रहे हैं, जिसका उन्होंने एक सिंगल फ्रेम भी नहीं देखा है.यहां तक कि सरकार इस तरह की भड़काऊ बयानबाजी को रोकने के लिए कुछ भी नहीं कर रही.रचनात्मक स्वतंत्रता को तो भूल ही जाइए.क्या यह ‘असहिष्णुता’ सभी भारतीयों के लिए डरावनी नहीं है? बेहद दुखद।”

उन्होंने कहा, “भारत जो कुछ भी है वह अपनी विविधता, लोकतंत्र की भावना और सबसे महत्वपूर्ण, धर्मनिरपेक्षता की वजह से है.हिंदुवाद जीवने जीने का एक तरीका है, यह प्रकृति में समाया हुआ है।

उन्होंने सवालिया लहजे में कहा, “क्या एक सज्जन पुरुष का सिर काटने के लिए कहना किसी भी तरह से कानूनी, सहनीय या लोकतांत्रिक है? इसे लेकर सरकार चुप कैसे रह सकती है?”

उन्होंने कहा कि एक ‘मां’ की ‘छवि’ की रक्षा करने के लिए महज उसका किरदार निभाने वाली देश की एक बेटी का सिर काटने की इच्छा हैरान करने वाली है.

रोहित ने कहा कि वह एक गौरवान्वित भारतीय हैं, जिन्हें अपने देश के इतिहास और भूगोल पर नाज है.