बिहार में पैर पसार रहा इंडियन मुजाहिद्दीन का सरगना, दिल्ली पुलिस ने की बड़ी कार्रवाई

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली, (23/10/2023): दिल्ली पुलिस ने सात लोगों की गिरफ्तारी के साथ धोखाधड़ी करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा के विशेष सीपी रविंदर यादव ने कहा कि वीजा घोटाले में कई लोगों को धोखा देने के आरोप में सात आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। वे दुबई स्थित प्रतीत होने वाली कई फर्जी कंपनियों के माध्यम से प्रत्येक पीड़ित से परामर्श शुल्क के रूप में 59,000 रुपये लेते थे। इस पूरे गैंग का मास्टरमाइंड बिहार के दरभंगा का निवासी इनामुल हक है। उनके कार्यालय जोगाबाई, जाकिर नगर से भारी मात्रा में आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई। उन्होंने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से दुबई स्थित कंपनियों का डेटा लिया।

वीजा घोटाला मामले पर दिल्ली के स्पेशल सीपी (क्राइम) रवींद्र यादव ने कहा कि हमें विदेश मंत्रालय से कुछ शिकायतें मिल रही थी। जब हमने जांच की तो पता चला कि इस मामले में हजारों पीड़ित हैं। वीजा देने के नाम पर लोगों से पैसे लिए गए। 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और मास्टरमाइंड दरभंगा का रहने वाला इनामुल हक है। आरोपी पिछले 4-5 सालों से इसी तरह लोगों को ठग रहा था।

दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी क्राइम ब्रांच रविन्द्र सिंह यादव ने कहा कि पहले एक फ्रंट ऑफिस खोलते थे, उसमे दो तीन लोग छोड़ देते थे ताकि कोई आए उसमे तो उसे लगे यह बहुत बड़ी कंपनी है,नौकरी डॉट कॉम जैसी साइट से यह डाटा लेते थे कि किसे बाहर जाना है, किसे गल्फ देशों में जाना है, उन्हे अप्रोच करते थे, उनसे पैसा लेते थे, और दो तीन महीने बाद अचानक उस ऑफिस को बंद करके गायब हो जाते थे और अलग जगह पर एक नया ऑफिस खोलते थे।

रविन्द्र सिंह यादव ने बताया कि ये लोग पिछले चार पांच सालों से यह काम कर रहे हैं। फर्जी आधार बनाकर भी यह झोल करते हैं, फर्जी सिम, बैंक अकाउंट आदि बनाने के बाद यह अगला कदम उठाते हैं। सभी गरीब विक्टिम है, जोकि सैंकड़ों की तादाद में है। नौकरी डॉट कॉम पर रजिस्ट्रेशन के टाइम पर कोई वेरिफिकेशन नही है जिसका फायदा फ्रॉड करने वाले उठाते हैं।

रविंद्र सिंह यादव ने बताया कि नेपाल के दो लोग हैं जिनका फर्जी आधार कार्ड बनवाया गया, ये कंपनी द्वारा, नोएडा, महिपालपुर आदि जैसे अच्छे जगहों पर खोली गई थी, जितने भी लोगों से चीटिंग की गई उनका पैसा फेक अकाउंट पर ही भेजा गया है, मुख्य आरोपी एटीएम के जरिए पैसा निकलता था और उसका विभाजन करता था। इसमें मुख्य आरोपी इमाम उल हक जोकि पिछले साल दरभंगा में अटेम्प्ट टू मर्डर का आरोपी रहा है और इंडियन मुजाहिदीन से भी इसके नाते रहे हैं, नौकरी डॉट कॉम जैसी साइट्स को भी नोटिस भेजा जाएगा ज्यादातर पीड़ित केरला से हैं।।