टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (26 अगस्त 2023): दिल्ली बाल विकास (WCD) मंत्री आतिशी ने शनिवार को मुख्य सचिव को पत्र लिखकर नाबालिग से बार-बार दुष्कर्म के आरोपी WCD अधिकारी के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायतों पर एक विस्तृत रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया।
दिल्ली बाल विकास (WCD) मंत्री आतिशी ने अपने पत्र में कहा कि “कई मीडिया रिपोर्टों से पता चला है कि डब्ल्यूसीडी विभाग के जिस अधिकारी को एक नाबालिग से बार-बार बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, उसके खिलाफ महिलाओं के यौन उत्पीड़न के संबंध में पहले भी शिकायतें थी। यह बेहद गंभीर मुद्दा है। समय पर कार्रवाई न करने से गलत काम करने वालों को बढ़ावा मिलता है। जो व्यवस्था यौन उत्पीड़न की शिकायतों को गंभीरता से नहीं लेती वह महिलाओं के खिलाफ अपराधों में भागीदार बन जाती है। अपराधियों को लगने लगता है कि उनके व्यवहार पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा और वे साहसी हो जाते हैं। यह उनके आसपास की महिलाओं और लड़कियों को अधिक जोखिम में डालता है।”
आतिशी ने अपने पत्र में आगे कहा कि “अगर इस विशेष अधिकारी के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायतें दिल्ली सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों की जानकारी में थी, तो यह बहुत गंभीर सवाल उठाता है कि शिकायतों को कैसे संभाला जाता है, जांच कैसे की जाती है और अनुशासनात्मक कार्रवाई कैसे की जाती है। वरिष्ठ अधिकारी ऐसी शिकायतों पर कैसे आंखें बंद रख सकते हैं? जो बात इस घटना को विशेष रूप से चिंताजनक बनाती है। वह यह है कि संबंधित अधिकारी महिला एवं बाल विभाग में कार्यरत था। महिलाओं के यौन उत्पीड़न के आरोपी किसी व्यक्ति को महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा और कल्याण के लिए जिम्मेदार विभाग में काम करने की अनुमति कैसे दी जा सकती है?”
आतिशी ने कहा कि “अगर यौन उत्पीड़न की शिकायतों के बारे में मीडिया रिपोर्टों पर विश्वास किया जाए, तो ऐसी गंभीर शिकायतों से निपटने और अनुशासनात्मक कार्रवाई करने में सरकारी तंत्र द्वारा उदासीनता का स्तर वास्तव में चौंकाने वाला है। यह मुझे इस बात से चिंतित करता है कि ऐसी कितनी और घटनाएं प्रकाश में आए बिना हो सकती हैं। इन मुद्दों पर त्वरित और सख्त कार्रवाई नहीं होने से महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वालों को प्रोत्साहन मिलता है।”
दिल्ली बाल विकास मंत्री आतिशी ने मुख्य सचिव को इस मुद्दे पर एक विस्तृत रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है, जिसमें डब्ल्यूसीडी विभाग के उक्त अधिकारी द्वारा उत्पीड़न की शिकायतें कब प्राप्त हुई है?, वह अधिकारी कौन था जिसने इन शिकायतों को निपटाया?, उन शिकायतों पर क्या जांच की गई?, सबसे वरिष्ठ अधिकारी कौन था जिसे इन शिकायतों की जानकारी थी? और क्या इन शिकायतों के आधार पर कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है? शामिल हैं। साथ ही उन्होंने विस्तृत रिपोर्ट 28 अगस्त को शाम 5 बजे तक पेश करने का आदेश दिया है।
बता दें कि दिल्ली सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग में उप निदेशक प्रेमोदय खाखा पर अपने मृत दोस्त की नाबालिग बेटी के साथ कई महीनों तक कथित तौर पर बलात्कार करने और उसे प्रेग्नेंट करने का आरोप लगा है। इस मामले में दिल्ली पुलिस केस दर्ज कर जांच में जुटी है। आरोपी अधिकारी प्रेमोदय खाखा और उसकी पत्नी सीमा रानी को अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। ये मामला सामने आने के बाद दिल्ली सरकार ने अधिकारी को निलंबित कर दिया है।।