संसद में मणिपुर पर सरकार को घेरने के बाद राहुल गांधी पहुंचे राजस्थान, आदिवासी समाज को साधने की कोशिश

Rahul Gandhi

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली (09 अगस्त 2023): कांग्रेस नेता राहुल गांधी संसद में मणिपुर हिंसा पर मोदी सरकार को घेरने के बाद अब राजस्थान के मानगढ़ पहुंचे हैं। राहुल ने राजस्थान ही नहीं बल्कि मध्य प्रदेश को भी सियासी संदेश देने की रणनीति बनाई है। दोनों ही चुनावी राज्यों में आदिवासी वोटर्स काफी तादाद में है, इसीलिए कांग्रेस ने उदयपुर के चिंतन शिविर में आदिवासी और दलितों पर फोकस करने का प्लान बनाया था।

सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा- आदिवासियों ने अंग्रेजों की लड़ाई में हिंदुस्तान को बनाने के लिए जो काम किया जो कुर्बानी दी, उसके लिए मैं आप सब को दिल से धन्यवाद देता हूं। आज आदिवासी दिवस की मैं आपको बधाई देता हूं। राहुल गांधी बोले- जब मैं छोटा सा था, तब मेरी दादी इंदिरा गांधी जी ने मुझे किताब दी थी। किताब का नाम पेंडू एक आदिवासी बच्चा था। वो एक आदिवासी बच्चे की जिंदगी के बारे में किताब थी।

वह जंगल में किस तरह जीता था। तीर कमान से मच्छी मरता था। उसके माता-पिता किस प्रकार जीते थे। मुझे बहुत अच्छी लगती थी। मैं शायद 45 साल पुरानी बात कह रहा हूं। मैंने दादी से पूछा आदिवासी शब्द का क्या मतलब है। वो आदिवासियों से बहुत प्यार मोहब्बत करती थीं, आपसे बहुत गहरा रिश्ता उनका था। मुझे याद है उन्होंने क्या कहा ? उन्होंने कहा यह हिंदुस्तान के पहले निवासी हैं। जो हमारी भारत की जमीन है यह पहले आदिवासी की जमीन थी। हमारे मॉर्डन लोगों को आदिवासियों से जीवन जीना सीखना चाहिए। जल, जंगल जमीन से क्या रिश्ता होना चाहिए उनसे सीखना चाहिए। मेरे दिमाग मे ये बात बैठ गई कि आदिवासी इस जमीन के पहले निवासी थे।

राहुल गांधी आदिवासी बहुल दक्षिण राजस्थान के इलाके में पहुंचे हैं, जहां से सूबे के चार जिले, बांसवाडा, उदयपुर, प्रतापगढ़ और डूंगरपुर के इलाके में आदिवासी वोटर जीत हार तय करते हैं। चार जिलों में कुल 18 विधानसभा सीटें आती हैं। मेवाड़ का पूरा इलाका ही आदिवासी बेल्ट के तौर पर जाना जाता है, जहां 17 सीटें आदिवासी समुदाय के लिए रिजर्व हैं जबकि पूरे राज्य में 34 सीटें उनके लिए आरक्षित हैं। इस तरह से राज्य की आधी आदिवासी सुरक्षित सीटें सिर्फ मेवाड़ इलाके में आती हैं। राजस्थान की मानगढ़ की सीमा मध्य प्रदेश और गुजरात से भी लगी हुई है, जहां पर आदिवासी समाज के लोगों की संख्या निर्णायक भूमिका में है। ऐसे में राहुल गांधी की रैली राजस्थान के साथ-साथ मध्य प्रदेश की सियासत के लिए भी अहम है।।