टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (16/01/2023): दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल के बीच सरकारी शिक्षकों के फिनलैंड जाने के मामले को लेकर मुद्दा गरमाता जा रहा है। इसी कड़ी में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आज उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और आम आदमी पार्टी के विधायकों ने उपराज्यपाल आवास तक मार्च निकाला । इस दौरान उन्होंने दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना पर शिक्षकों को फिनलैंड जाने से रोकने का आरोप लगाया है। इसी बीच उपराज्यपाल की ओर से एक बयान जारी कर साफ़ कर दिया गया है कि शिक्षकों के फिनलैंड जाने के प्रस्ताव को खारिज नहीं किया है। वहीं अब इस पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त किया है। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर ऐसा है तो उपराज्यपाल मुझे तुरंत एक पत्र लिखकर दें और कहें कि उन्हें फ़िनलैंड में शिक्षक प्रशिक्षण के प्रस्ताव पर कोई आपत्ति नहीं है।
अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट में लिखा है, “माननीय उपराज्यपाल का कहना है कि उन्होंने शिक्षकों के फ़िनलैंड प्रशिक्षण प्रस्ताव को कभी भी अस्वीकार नहीं किया। यदि ऐसा है, तो माननीय उपराज्यपाल कृपया मुझे तुरंत एक पत्र लिखकर कह सकते हैं कि उन्हें फ़िनलैंड में शिक्षक प्रशिक्षण के प्रस्ताव पर कोई आपत्ति नहीं है और मामला खत्म हो जाएगा?”
इससे पहले अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि “दिल्ली की जनता तानाशाही सहन नहीं करेगी। दिल्ली लोकतंत्र से चलेगी। LG साहिब को संविधान और SC के आदेश मानने ही पड़ेंगे।”
बता दें कि इस मामले में न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से कहा कि “दिल्ली के उपराज्यपाल ने फिनलैंड में प्राथमिक प्रभारियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रस्ताव को खारिज नहीं किया है। कोई भी बयान, इसके विपरीत, जानबूझकर भ्रामक और शरारत से प्रेरित है।”