माउंटेन मेडिसिन विशेषज्ञों से सुसज्जित सिक्स सिग्मा हाई ऐल्टिट्यूड मेडिकल सर्विस की टीम श्री अमरनाथ यात्रा में मेडिकल सर्विस देने के लिए बाबा बर्फानी के धाम पहुंच गई है। टीम श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य सेवा देने के साथ-साथ यात्रा में होने वाली कठिनाइयों को पार करने के सुझाव भी देगी।
सिक्स सिग्मा हाई ऐल्टिट्यूड मेडिकल सर्विस के मेडिकल डायरेक्टर डाॅ. प्रदीप भारद्वाज ने बताया कि श्री अमरनाथ यात्रा दो वर्ष के अंतराल पर हो रही है जो इस बार 43 दिनों तक चलेगी। अबकी बार यात्रा में लाखों श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।
डाॅ. भारद्वाज ने बताया कि जो भी श्रद्धालु श्री अमरनाथ यात्रा पर जाना चाहता है उसे श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के पोर्टल पर पंजीकरण कराना अनिवार्य हैै। केवल पंजीकृत व्यक्ति ही यात्रा कर सकता है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि जो भी भक्त हेलीकाॅप्टर से यात्रा करना चाहते हैं। वे हवाई सेवा का उपयोग कर सकते हैं, लेकिन हेली सर्विस पंचतरणी तक ही उपलब्ध है जो अमरनाथ गुफा से 6 किमी दूर है और यात्रा मार्ग भारी बर्फबारी से घिरा हुआ है जिसके कारण श्रद्धालुओं को कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए यात्री पूर्ण तैयारी के साथ ही यात्रा करें।
सिक्स सिग्मा हाई ऐल्टिट्यूड मेडिकल सर्विस के स्वास्थ्य निदेशक ने बताया कि यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए खानपान की अच्छी व्यवस्था की गई है। यात्रा मार्ग पर बड़ी संख्या में भंडारे लगे हुए हैं। इसके अलावा यात्रा पर आने वाले भक्तों के लिए राज्य सरकार और सेना, बीएसएफ, आईटीबीपी और पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं, जिससे किसी भी यात्री को भटकना न पडे़। सेना ने यात्रियों के ठहरने के लिए में टैंट लगाए गए हैं। कोई भी यात्री उनमें रह सकता है। यदि वह टैंट में नहीं रुकना चाहता है तो वह भंडारे में भी विश्राम कर सकता है। बाबा बर्फानी के यात्रा मार्ग की ऊंचाई अधिक होने व मौसम शुष्क होने से धूल बहुत उड़ती है। इसलिए सभी भक्तगण यात्रा के दौरान मास्क जरूर लगाएं, जिससे धूल के कारण होने वाले नुकसान से बच सकें। सिक्स सिग्मा हाई ऐल्टिट्यूड मेडिकल सर्विस टीम के चिकित्सक आॅनलाइन माध्यम से 24 घंटे श्रद्धालुओं को टेलीमेडिसिन और टेलीरेडियोलाॅजिकल सर्विस करवाएंगे।
मेडिकल टीम के सदस्य में बताया कि श्री अमरनाथ गुफा के समीप 435 सीढ़िया है जिन पर या़त्री को रुक-रुक कर चढ़ना है क्योंकि ऊंचाई अधिक होने के कारण सबसे अधिक घटनाएं वहीं पर होती है। इसलिए वहां पर सावधानी बरतने की जरूरत है। इसके अलावा गुफा में प्रसाद नहीं चढ़ता है। यात्रियों से गुजारिश है कि बाबा के दर्शन करें।
गौरतलब है कि साल 2019 में सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद-370 को रद्द किये जाने के मद्देनजर यात्रा बीच में ही स्थगित कर दी गई थी, जबकि वर्ष 2020 और 2021 में कोविड-19 महामारी की वजह से यात्रा का आयोजन नहीं किया गया था।
मेडिकल टीम की ओर से मुख्य हिदायतें –
1- श्री अमरनाथ यात्रा में हवाई सेवा पंचतरणी तक ही उपलब्ध है, जो अमरनाथ गुफा से 6 किमी दूर है।
2- यात्रा के इच्छुक व्यक्ति को पंजीकरण कराना आवश्यक है और यात्रा के दौरान आधार कार्ड अपने साथ रखना होगा।
3- सेना में यात्रियों के ठहरने के लिए टैंटों की व्यवस्था की है। इसके अलावा यात्री भंडारे में भी रुक सकते हैं।
4- पैदल पथ पर उठने वाली धूल से बचें और मास्क का उपयोग करें।
5- यात्रा मार्ग पर बाबा के भक्तों के लिए खानपान की समुचित व्यवस्था। बड़ी संख्या में भंडारे लगाए गए हैं।
6- गुफा में किसी भी प्रकार का प्रसाद नहीं चढ़ता है।
7- गुफा के समीप स्थित 251 सीढ़ियों को रुक-रुक कर चढ़े और सुरक्षित रहे।
8- सिक्स सिग्मा हाई ऐल्टिट्यूड मेडिकल सर्विस टीम के चिकित्सक आॅनलाइन माध्यम से 24 घंटे श्रद्धालुओं को टेलीमेडिसिन और टेलीरेडियोलाॅजिकल सर्विस करवाएंगे।