टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (15/06/2022): भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर साफ-सफाई को लेकर निशाना साधा है। उन्होंने केजरीवाल पर आरोप लगाते हुए कहा कि केजरीवाल सरकार नहीं चाहती कि दिल्ली में साफ-सफाई हो। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सिर्फ ट्वीटर पर ही सरकार चलाते हैं क्योंकि उन्हें जमीनी हकीकत से कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि दिल्ली पर तीन दाग हैं प्रदूषण, कूड़े के ढ़ेर और प्रदूषित यमुना और इन तीनों के एकलौते जिम्मेदार अरविंद केजरीवाल हैं।
उन्होंने केजरीवाल को ‘ट्वीटर मुख्यमंत्री’ की संज्ञा देते हुए कहा कि पिछले सात सालों से सिर्फ ट्वीट और होर्डिंग्स लगाकर ही केजरीवाल और उनकी सरकार ने दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाया और यमुना की सफाई की है। विज्ञापनों पर करोड़ों रुपये खर्च किये और यमुना सफाई के नाम पर केंद्र सरकार द्वारा दिए गए पैसों को भी डकार गए। उन्होंने कहा कि केजरीवाल कभी धरातल पर जाने की जहमत नहीं उठाई क्योंकि उन्हें सिर्फ राजनीति करनी है, दिल्ली को प्रदूषण मुक्त और साफ रखने में उनकी कोई दिलचस्पी नहीं है।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल डेनमार्क और अन्य देशों से कागजों पर झूठा समझौता करते रहते हैं, लेकिन वे कभी नहीं चाहते हैं कि यमुना साफ हो, दिल्ली प्रदूषण मुक्त हो और कूड़े का पहाड़ खत्म हो। केजरीवाल एक तरफ सभी से ट्वीट कर सफाई अभियान में भाग लेने की अपील करते हैं लेकिन धरातल पर जब काम करने की बात आती है तो वे और उनकी सरकार भाग जाती है। एक तरह से इस सफाई अभियान का बहिष्कार करके केजरीवाल ने दिल्ली को अपमानित किया है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सिर्फ कागजों पर कूड़ा, प्रदूषण मुक्त दिल्ली सहित यमुना की सफाई करना चाहते हैं, लेकिन जब काम करने की आती है तो चाहे मुख्यमंत्री हो या फिर मनीष सिसोदिया, अपने आप को चार दिवारी में कैद कर लेते हैं। आम आदमी पार्टी बंद कमरों में बैठकर बयानबाजी करने वाली पार्टी है, उसे दिल्ली की जनता के दुःख-दर्द से कोई मतलब नहीं है।
उन्होंने आखिर में कहा कि आज उसी का परिणाम है कि दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना सहित भाजपा के सांसद, विधायक एवं कार्यकर्ता स्वयं हाथ में झाडू लेकर सफाई अभियान में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया जबकि आम आदमी पार्टी के नेता नदारद रहे हैं। दिल्ली को लंदन-पेरिस बनाने की बात करने वाले केजरीवाल जब साफ-सफाई करने की बात आती है तो वे गायब हो जाते हैं।