यदि मैं गलवान वैली में कमांडिंग ऑफिसर होता तो

19 जून 2020 , मुख्यालय राष्ट्रीय सैनिक संस्था : मुझे मालूम है की 1993 की भारत चीन संधि में आर्टिकल 9 में लिखा गया की – Both Sides will respect the LAC. हमारे पक्ष ने कहा की LAC से पहले Existing शब्द जोड़ा जाये , चीन ने विरोध किया और हमारे तत्कालीन प्रधान मंत्री ने सहमति जता दी I अर्थात LAC ( Line of Actual Control ) की Sanctity वहीँ ख़त्म हो गयी थी I फिर 1996 की संधि में कहा गया की LAC के 2 किलोमीटर में गोली बारूद का उपयोग नहीं किया जायेगा I अब जरा सोचिये की :-

• नक़्शे की रेखा जमीन पर 2/3 KM चोडी होती है तो लक्ष्मण रेखा कौन तय करे ?
• क्या कोई संधि मुझे मेरे आत्मरक्षा के अधिकार से वंचित कर सकती है ?

लिहाजा मैं कमांडिंग ऑफिसर होता तो गलवान वैली में गोली चलाने का हुक्म दे देता I चीन के साथ सीमा विवाद का कोई डिप्लोमेटिक हल नहीं है , यदि होता तो अब तक निकल गया होता I केवल मिलिट्री समाधान है I चीन के तिलस्सम को तोड़ने का सबसे उपयुक्त समय अब है जब पूरी दुनिया कोरोना के कारण चीन से नाराज है , चीन अंदरूनी और बाहरी समस्याओं से घिरा है , चीन के सैनिक के पास युद्ध लड़ने का तजुर्बा नहीं है और विशेषकर पहाड़ों में भारतीय सैनिक की युद्ध कला का पूरी दुनिया में कोई समानांतर नहीं है

“साहस” बाज़ार में बिकता होता तो सबसे पहले व्यापारी चीन खरीद लेता I हिन्दुस्तान के सिपाही के पास “साहस” इसलिए है की हम अपनी मर्ज़ी से देशसेवा और बलिदान के लिए फौज में जाते हैं और चीन के सिपाही के पास “साहस” इस लिए नहीं है क्योंकि वह एक नास्तिक पोलिटिकल पार्टी का नौकर है I

20 जवानो की शहादत के बाद अब यदि कोई बात चीत से समझोता निकाला गया तो यह देश और इतिहास के साथ नाइंसाफी होगी I हमने सियाचिन के बेस कैंप तक टूरिस्ट्स को आने की इजाजत दे दी है लिहाज़ा उन्हें वीजा भी हम ही देंगे इसलिए सियाचिन पर हमारे अंतर्राष्ट्रीय अधिकार पर मोहर लग गयी I सियाचिन पर बड़े हेलिपैड हैं और उसके नीचे दौलत बेग ओल्डी पर एयर फील्ड हैं I इतनी उंचाई पर चीन के एयर फील्ड नहीं है और जो तिब्बत में हैं वो ऑक्सीजन की कमी के कारण आधी छमता पर काम करते है , अर्थात ,चीन के लिए अब हम रामायण काल के बाली बन गए हैं I सियाचिन के कारण हम CPEC ( China Pakistan Economic Corridor) को बनने के बाद भी अवरूध कर सकते हैं I

कुल मिलाकर बात यह है की हमें आक्रामक रुख इख्तियार करना चाहिए

 

 

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कर्नल तेजेंद्र पाल त्यागी , वीर चक्र ,
पूर्व कमांडिंग ऑफिसर