गांधीनगर। गुजरात विधानसभा चुनाव की तैयारियों में बीजेपी और कांग्रेस बेहद सधी चाल चल रही हैं. दोनों पार्टी का शीर्ष नेतृत्व चुनाव से पहले पूरी ज़ोर आजमाइश कर रहा है. राहुल गांधी लगातार गुजरात दौरा कर रहे हैं वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह इस महीने की तीसरी गुजरात यात्रा होगा. इस बीच कांग्रेस ने बीजेपी के खिलाफ एक बड़ा दांव खेला है. कांग्रेस ने पाटीदार नेता हार्दिक पटेल समेत कई अन्य युवा नेताओं को साथ आकर बीजेपी के खिलाफ चुनाव लड़ने का न्यौता दिया है. हार्दिक ने भी इस पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है. हालाकि उन्होंने साफ तौर पर कहा कि इसबार वो चुनाव नहीं लड़ेंगे.
गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी ने सार्वजनिक तौर पर बीजेपी विरोधी नेताओं को ये न्योता भेजा है. सोलंकी ने जनता दल यूनाइटेड के नेता छोटू भाई वसावा को भी साथ आने का निमंत्रण भेजा है. इनके अलावा ओबीसी एससी-एसटी एकता मंच के नेता अल्पेश ठाकोर और दलितों के खिलाफ होने वाले उत्पीड़न की आवाज उठाने वाले जिग्नेश मेवानी को भी कांग्रेस की तरफ से साथ आने का निमंत्रण दिया गया है.
हार्दिक पटेल ने ट्वीट करके कहा, ‘मुझे चुनाव नहीं लड़ना और चुनाव लड़ने का हमारा स्वार्थ भी नहीं हैं. हमें अधिकार चाहिए और न्याय, हम अहंकार के सामने लड़ रहें हैं. जीत हमारी होगी.’ इसके अलावा उन्होंने कहा कि हमें हर हाल में एक होना चाहिए. यह बीजेपी-कांग्रेस का चुनाव नहीं बल्कि गुजरात की 6 करोड़ जनता के भविष्य का फैसला है.
कांग्रेस की रणनीति अल्पेश, हार्दिक और जिग्नेश मेवानी जैसे युवा नेताओं को अपने पाले में लाकर राजनीतिक फायदा लेने की है. संकेत साफ तौर पर कह रहे हैं कि ये नेता बीजेपी के खिलाफ कांग्रेस का समर्थन कर सकते हैं. क्या कांग्रेस का यह नया दांव गुजरात में 22 साल के सत्ता के सूखे को खत्म कर पाएगा?