टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (21/03/2023): दिल्ली विधानसभा में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि संविधान के मुताबिक एलजी का काम फाइल को मंजूरी देना और एलजी के पास फाइल पर लिखने तक का अधिकार नहीं है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि “आज इस हाउस में दिल्ली का बजट पेश होना था लेकिन केंद्र सरकार ने कल शाम को उस बजट पर रोक लगा दी और आज दिल्ली विधानसभा में बजट पेश नहीं हो पाया। बाबा साहेब संविधान लिख रहे थे तो उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि केंद्र किसी राज्य का बजट रोकेगा। यह इस देश के संविधान पर हमला है। एलजी ने ऑब्जेक्शन लगाए। सुप्रीम कोर्ट और संविधान कहता है कि एलजी को ऑब्जेक्शन लगाने का अधिकार नहीं।”
केजरीवाल ने कहा कि “एलजी के पास फाइल पर लिखने तक का अधिकार नहीं है। ये जो चुनकर आए हैं, इनका क्या काम है? अगर एलजी को ही सरकार चलानी है। MHA का आदेश आता है कि 3 दिन तक बजट लेकर बैठे रहो। 20 मार्च को अधिकारी बताते हैं कि क्वेरी आई हैं। अधिकारियों पर कार्रवाई तो होनी चाहिए।”
सीएम ने आगे कहा कि “वे लोग कह रहे हैं कि हमने विज्ञापन का बजट इन्फ्रास्ट्रक्चर से ज्यादा कर दिया है, हमने उन्हें ठीक करने को बोला है। बजट के अंदर 20000 करोड़ का इन्फ्रास्ट्रक्चर पर और 500 करोड़ विज्ञापन पर है। इन्होंने ऊपर से नीचे तक अनपढ़ों की जमात बैठा रखी है। 500 की फिगर 20,000 से ज्यादा होती है?, प्रधानमंत्री से प्रार्थना है कि हम काम करना चाहते हैं, लड़ना नहीं। जिस राज्य-देश में लड़ाई होती, वो बर्बाद हो जाते हैं। वित्त मंत्री ने इकोनॉमिक सर्वे पेश किया कि दिल्ली देश की औसत से भी ज़्यादा तेज़ी से तरक्क़ी कर रही है। अगर झगड़े नहीं होते तो 10 गुना तरक़्क़ी होती।”
सीएम ने कहा कि “कई महीनों तक मोहल्ला क्लिनिक में दवाई, टेस्ट का पैसा बंद कर दिया। कितने लोगों को परेशानी हुई। फरिश्ते योजना से हम 13000 से अधिक जान बचा चुके हैं, उसकी पेमेंट बंद करा दी। किसका फायदा हुआ प्रधानमंत्री जी? हम बहुत छोटे लोग हैं, आप अपना काम करो ना, हमें अपना करने दो। उनको तकलीफ़ ये है कि दिल्ली में बार-बार आम आदमी पार्टी क्यों जीत रही है? भारतीय जनता पार्टी बार-बार क्यों हार रही है? मोदी जी, अगर दिल्ली जीतनी है तो सबसे पहले दिल्ली वालों का दिल जीतना होगा। स्कूल और अस्पताल बनाओ। हमसे लम्बी लकीर खींचो। दिल्ली को छोटा भाई समझकर सहयोग करो, साथ दो।”