रंजन अभिषेक (संवाददाता, दिल्ली)
टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (23 अक्टूबर 2024): दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन को लेकर बड़ी अपडेट सामने आई है। दरअसल, आम आदमी पार्टी ने विधानसभा चुनाव में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है। AAP की प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि “हम ओवर कॉन्फिडेंट कांग्रेस और अहंकारी भाजपा से अकेले लड़ने में सक्षम हैं।”
AAP नेताओं का दो टूक संदेश- हम अकेले लड़ने में सक्षम
AAP प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि पिछले 10 सालों से दिल्ली विधानसभा में कांग्रेस के पास कोई सीट नहीं है। फिर भी आम आदमी पार्टी ने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को तीन सीटें दी, इसके बावजूद कांग्रेस को हरियाणा में सहयोगियों को साथ लेना जरूरी नहीं लगा।
आरोप लगाते हुए आप प्रवक्ता ने कहा कि हरियाणा चुनाव में कांग्रेस ने I.N.D.I.A की पार्टियों को गंभीरता से नहीं लिया और गठबंधन नहीं किया। आखिर में कांग्रेस को अपने ओवर कॉन्फिडेंस के कारण हार का सामना करना पड़ा।
बता दें कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी में गठबंधन नहीं हो सका। आम आदमी पार्टी ने 9 सीटें मांगी थी, जिसे कांग्रेस ने ठुकरा दिया था। इसके बाद AAP ने राज्य की 90 सीटों में से 89 पर चुनाव लड़ा हालांकि पार्टी को एक भी सीट नहीं मिली कांग्रेस 37 सीटें ला सकी।
BJP को हराने में AAP सक्षम: राघव चड्ढा
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की जीत कम और कांग्रेस पार्टी की हार अधिक है। हरियाणा में जनता ने बीजेपी को हटाने के लिए मतदान किया लेकिन बीजेपी को बहुमत मिल गई और वहां उनकी सरकार बन गई।
चड्ढा ने कहा कि यदि हरियाणा में आम आदमी पार्टी के साथ चुनाव लड़ा जाता, एकजुट होकर चुनाव लड़ा जाता तो परिणाम कुछ और ही होते। उन्होंने यह भी कहा कि देश में कई ऐसे राज्य हैं, जहां बीजेपी को कांग्रेस नहीं हरा पा रही है अगर यहां इंडिया गठबंधन के दलों के साथ चुनाव लड़ा जाए तो परिणाम कुछ अलग होंगे। चड्ढा ने कहा कि कई राज्यों में बीजेपी को वहां के स्थानीय पार्टियां शिकस्त दे सकती है। कई राज्यों में कांग्रेस बीजेपी से सीधी लड़ाई में कमजोर पड़ जाती है और यहां कांग्रेस को इंडिया गठबंधन के साथ मिलकर चुनाव लड़ना चाहिए, इससे बीजेपी को आसानी से हराया जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि साल 2015 और 2020 में अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी ने आजाद भारत के इतिहास में सबसे बड़े जनादेश के साथ सरकार बनाई।
क्या बोले अरविंद केजरीवाल?
हरियाणा चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं होने पर अरविंद केजरीवाल भी अपनी बात बेबाकी से रख चुके हैं। हरियाणा और जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के रिजल्ट के रुझानों के बीच आप संयोजक और पूर्व दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने एक बयान जारी किया था। उन्होंने AAP के नगर निगम सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा था कि देखते हैं हरियाणा में परिणाम क्या आते हैं, इसका सबसे बड़ा सीख यह है कि चुनाव में कभी अधिक आत्मविश्वास ही नहीं होना चाहिए। किसी भी चुनाव को हल्के में नहीं लेना चाहिए और हर चुनाव हर सीट कठिन होती है।
दिल्ली में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी गहमागहमी जारी है। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पार्टी के बीच गठबंधन को लेकर भी चर्चाएं तेज है। हालाकि अब आम आदमी पार्टी के कई नेताओं ने ये साफ कर दिया है कि विधानसभा चुनाव में वे अकेले चुनाव लड़ेंगे।।
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