विश्व उच्च शिक्षा एवं विकास अकादमी (W-AHEAD) द्वारा विश्व अध्यापक दिवस आयोजित

5 अक्टूबर 2024, नई दिल्ली: विश्व उच्च शिक्षा एवं विकास अकादमी, W-AHEAD द्वारा 5 और 6 अक्टूबर 2024 को इंडिया इंटरनेशनल सेंटर, नई दिल्ली में विश्व शिक्षक दिवस मनाया गया। इस कार्यक्रम में उच्च शिक्षा शिखर सम्मेलन 2024 में असाधारण योग्यता एवं सत्य निष्ठा से आजीवन सेवा करने वाले शिक्षाविदों और पेशेवरों को अकादमी द्वारा ‘फेलो ऑफ एमिनेंस’ अवार्ड से सम्मानित किया गया जिन्होंने अपने लंबे पेशेवर जीवन के दौरान विशिष्टता और ईमानदारी के साथ काम किया और राष्ट्र निर्माण और वैश्विक समुदाय की सेवा में योगदान दिया।

राम नाथ ठाकुर, कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री मुख्य अतिथि थे। W-AHEAD के कार्यकारी अध्यक्ष प्रोफेसर प्रियरंजन त्रिवेदी ने स्वागत भाषण दिया और W-AHEAD के अध्यक्ष प्रोफेसर पीबी शर्मा ने समारोह की अध्यक्षता की। समारोह में देश एवं विदेश के प्रख्यात शिक्षाविदों, विद्वानों, उद्योग और कॉर्पोरेट के प्रतिष्ठित पेशेवरों, दिल्ली विश्वविद्यालय के चुनिंदा कॉलेजों और दिल्ली के प्रतिष्ठित स्कूलों के संकाय सदस्यों और छात्रों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।

विश्व शिक्षक दिवस के पावन अवसर पर उपस्थित सम्मानित लोगों को संबोधित करते हुए  मंत्री रामनाथ ठाकुर ने कहा कि समाज के पथ प्रदर्शक के रूप में शिक्षकों के सम्मान और उनके प्रति अपार श्रद्धा हमारी वैदिक हमारी सांस्कृतिक का अभिन्न अंग रही है। यह खुशी की बात है कि आज दुनिया के सभी देश शिक्षकों के प्रति अपना सम्मान एवं उनके द्वारा विश्व समुदाय के विकास एवं मार्गदर्शन को चिह्नित करने के लिए शिक्षक दिवस मना रहे हैं। मंत्री ने कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के शिक्षकों को आव्हान किया कि वह अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान अपने छात्रों को दुनिया के श्रेष्ठ नागरिक के रूप में तैयार करने में देवें। भारत के विकास में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में तेजी से विकसित हो रहे नए भारत के विकास में भी अपनी महती भागीदारी के लिए मंत्री ने उपस्थित शिक्षकों एवं छात्र छात्राओं का आवाहन किया।

मंत्री जी ने W-AHEAD द्वारा प्रकाशित पुस्तकों का भी विमोचन किया, जिसमें ‘रिसर्च फॉर डेवलपमेंट: ट्रांसलेटिंग द विजन ऑफ विकसित भारत@2047 इनटू ए रियलिटी’ पर एक व्यापक पुस्तक और ‘विश्वस्तरीय विश्वविद्यालय कैसा हो’ विषय पर पुस्तक शामिल है। सीआईयू और आईआईपीजीएस द्वारा संयुक्त रूप से प्रकाशित ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ पर पुस्तक का भी विमोचन किया गया।

मंत्री राम नाथ ठाकुर द्वार अकादमी फैलो ऑफ एमिनेंस के सम्मान से प्रोफेसर प्रेम व्रत, अध्यक्ष बोर्ड ऑफ गवर्नर्स, आईआईटी धनबाद और संस्थापक निदेशक आईआईटी रुड़की, प्रोफेसर महेश वर्मा, कुलपति जीजीएसआईपीयू, डॉ प्रतीक शर्मा, कुलपति डीटीयू, डॉ ओंकार सिंह, कुलपति यूकेटीयू देहरादून, प्रोफेसर पंकज मित्तल, भारतीय विश्वविद्याल संघ की महासचिव , प्रोफेसर डीएन रेड्डी, पूर्व कुलपति जेएनटीयू, डॉ मार्कंडेय राय, अध्यक्ष ग्लोबल पीस फाउंडेशन इंडिया, डॉ सरोज बाला, अध्यक्ष साइंटिफिक रिसर्च ऑन वेदाज, नई दिल्ली, डॉ टी पडेंगा, चांसलर अफ्रीसोल ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस जिम्बाब्वे, डॉ वीके यादव, पूर्व अध्यक्ष रेलवे बोर्ड, डॉ मंगू सिंह, पूर्व एमडी दिल्ली मेट्रो, इनोवेटिव प्रोस्थेटिक्स एंड ऑर्थोडोंटिस्ट, नेब्रास्का, यूएसए के संस्थापक राकेश श्रीवास्तव को सम्मानित किया।

नीति आयोग के सदस्य और डीआरडीओ के पूर्व महानिदेशक डॉ. वीके सारस्वत, नासा के पूर्व मुख्य प्रौद्योगिकीविद् और असाधारण सेवा पदक प्राप्तकर्ता डॉ. कुमार कृष्ण, न्यूयॉर्क मेडिकल कॉलेज, में प्रोफेसर और कार्यक्रम निदेशक डॉ. राज तिवारी, सीपीडब्ल्यूडी के पूर्व महानिदेशक  प्रभाकर सिंह, ब्लिट्ज इंडिया मीडिया ग्रुप के अध्यक्ष और प्रधान संपादक प्रोफेसर दीपक द्विवेदी, रोटरी इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट गवर्नर डॉ. रविंदर गुगनानी और जागरण विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति और नॉन-किलिंग ग्लोबल नेटवर्क के अध्यक्ष डॉ. अनूप स्वरूप को भी अकादमी W-AHEAD द्वारा फेलो ऑफ एमिनेंस के विशिष्ट सम्मान से सम्मानित किया गया।

नई दिल्ली के महाविद्यालयों एवं स्कूलों के 200 चुने हुए छात्र छात्राओं को अकादमी के एम्बेसडर ऑफ विकसित भारत @2047 के सम्मान से भी विभूषित कर उन्हें समृद्ध , दिव्य एवं भव्य भारत के विकास के लिए अपना बहुमूल्य योगदान देने के लिए प्रेरित किया गया।

W-AHEAD द्वारा विश्व शिक्षक दिवस 2024 के उत्सव के अवसर पर 5 और 6 अक्टूबर 2024 को IIC, नई दिल्ली में उच्च शिक्षा शिखर सम्मेलन 2024 का आयोजन भी किया गया। इस शिखर सम्मेलन के आयोजन अध्यक्ष एर दिनेश कुमार, पूर्व ई-इन-सी, पीडब्ल्यूडी दिल्ली और आयोजन सचिव डॉ एचआरपी यादव, पूर्व महानिदेशक, आईई (आई) और सचिव आई (आई) दिल्ली की उपस्थिति में आयोजित किया गया।

W-AHEAD के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ प्रियरंजन त्रिवेदी ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि “जैसे-जैसे हम आगे बढ़ रहे हैं, यह जरूरी है कि विश्वविद्यालय नवाचार, स्थिरता और समन्वित विकास के शक्तिशाली इंजन बनें। कल के विश्वविद्यालयों के लिए विकसित भारत के मास्टर प्लान को लागू करके, हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उच्च शिक्षा संस्थान न केवल ज्ञान प्रदान करें बल्कि हमारे युवाओं, हमारे राष्ट्र और दुनिया के उज्ज्वल भविष्य को भी साकार करने में अपनी महती भूमिका निभाए। हमारे साझा प्रयासों के माध्यम से, हम 2047 तक एक ऐसे विकसित भारत के स्वप्न को साकार कर सकते हैं जो शांतिपूर्ण, समृद्ध और समन्वित विकास का अनुपम उदाहरण हो। आइए इस शिखर सम्मेलन में सभी के लिए एक उज्जवल भविष्य के निर्माण में हमारे सामूहिक प्रयासों का मार्गदर्शन करने के लिए एक रोडमैप विकसित करें”।

विश्व शिक्षक दिवस-2024 के अवसर पर बोलते हुए, W-AHEAD के अध्यक्ष और DTU और RGPV के संस्थापक कुलपति, AIU के पूर्व अध्यक्ष और वर्तमान में AUH के कुलपति प्रोफेसर पीबी शर्मा ने कहा, “अपने सपनों का भारत बनाने के लिए, हमें अपने विश्वविद्यालयों के लिए एक ऐसे सफल नेतृत्व की आवश्यकता है जो शिक्षा और अनुसंधान के एकीकरण को बढ़ावा दे, अंतःविषय शिक्षा और अनुसंधान का समर्थन करे और समाधान अनुसंधान के लिए उत्कृष्टता को सुनिश्चित करें”। प्रोफेसर शर्मा ने यह भी कहा कि
विश्वविद्यालयों का ध्यान अनिवार्य रूप से ज्ञान के सृजन, परिणाम आधारित अनुसंधान एवं विकास तथा स्थानान्तरणीय अनुसंधान एवं निरंतर नवाचारों के साथ साथ संस्कारित मानव निर्माण पर भी केंद्रित होना चाहिए, जिससे विश्वविद्यालय परिसरों में नवाचारों और स्टार्टअप बुनियादी ढांचे के लिए एक जीवंत पारिस्थितिकी तंत्र द्वारा समर्थित नए उत्पाद विकास की गति को तेजी से बढ़ाया जा सके।

सम्मेलन के दूसरे दिन भी उच्च शिक्षा एवं समन्वित विकास विषय पर विशिष्ठ गोष्ठी आयोजित की गई।