केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट से जमानत के बाद जनता की अदालत में हुए शामिल, मोहन भागवत से पूछे ये सवाल?

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली (22 सितंबर, 2024): दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया। 22 सितंबर 2024 को उन्होंने जनता की अदालत में पहुंचकर अपनी बात रखी, जिसमें उन्होंने राजनीति में ईमानदारी का जिक्र करते हुए कहा, “कौन कहता है कि ईमानदारी से राजनीति नहीं होती? मैं हमेशा ईमानदारी से राजनीति करता आया हूं।”

इस अवसर पर केजरीवाल ने स्पष्ट किया कि नवरात्रि की शुरुआत में वे अपना सरकारी बंगला खाली कर देंगे और आम लोगों के बीच रहेंगे। उन्होंने कहा कि कई लोग उन्हें अपने घर बुला रहे है। केजरीवाल ने इस बात पर जोर दिया कि जब तक अदालत उन्हें बरी नहीं करती और जनता उन्हें दोबारा अपना मुख्यमंत्री नहीं मानती, वे मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे।

उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान किए गए फैसलों का जिक्र करते हुए कहा, “अगर मैं बेईमान होता तो क्या मैं दिल्ली में मुफ्त बिजली की योजना लागू करता? यदि मैं भ्रष्ट होता, तो मैंने 3000 करोड़ का बिजली बिल खा जाता।” उन्होंने यह भी कहा कि उनके मुख्यमंत्री रहने के दौरान कोई संपत्ति नहीं बनाई, बल्कि उन्होंने जनता का प्यार कमाया है।

केजरीवाल ने मोदी सरकार पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि 22 राज्यों में उनकी सरकारें हैं, लेकिन कहीं भी महिलाओं के लिए मुफ्त बस सेवा नहीं है, जबकि दिल्ली में यह सुविधा मौजूद है। उन्होंने सवाल किया कि जनता यह तय करेगी कि कौन चोर है—वे या उन्हें जेल भेजने वाले?

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से केजरीवाल ने कई सवाल पूछे। पहले सवाल में उन्होंने मोदी की राजनीति की नैतिकता पर सवाल उठाया, जिसमें कहा गया कि क्या यह सही है कि मोदी ने अन्य पार्टियों के नेताओं को तोड़ने के लिए ED और CBI का सहारा लिया।

दूसरे सवाल में उन्होंने यह बताया कि कैसे मोदी ने भ्रष्ट नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल किया, जबकि पहले उन्हें उनके द्वारा भ्रष्ट करार दिया गया था। इसके अलावा, केजरीवाल ने पूछा कि क्या भाजपा के कृत्य उनके आदर्शों के अनुकूल हैं, क्या मोहन भागवत जी इससे सहमत हैं।

शिक्षा व्यवस्था पर चिंता व्यक्त करते हुए केजरीवाल ने कहा कि पिछले 75 वर्षों में सरकारी स्कूलों की स्थिति बहुत खराब हो गई है, और मनीष सिसोदिया को इस क्षेत्र में किए गए सुधारों के लिए जेल में रखा गया। उन्होंने कहा कि सिसोदिया की जिंदगी देश की जिंदगी के बराबर है और उनके दो साल जेल में बिताने का मतलब देश के दो साल खराब होना है।

केजरीवाल ने अंत में कहा कि वे उम्मीद करते हैं कि मोहन भागवत उनके सवालों का जवाब देंगे और उन्होंने जनता से अपील की कि आने वाले चुनाव में अगर उन्हें लगता है कि वे ईमानदार हैं, तो उन्हें वोट दें, वरना न दें। यह चुनाव उनके लिए एक अग्नि परीक्षा होगी।

 

प्रिय पाठकों एवं दर्शकों, प्रतिदिन दिल्ली की दस महत्वपूर्ण खबरों को पढ़ने Vijaychowk.com : नई दिल्ली न्यूज पोर्टल को विजिट करे एवं अपनी ई मेल सबमिट कर सब्सक्राइब भी करे । दिल्ली की विडियो न्यूज़ देखने के लिए TEN NEWS INDIA यूट्यूब चैनल’ को ज़रूर सब्सक्राइब करे।