मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद आतिशी का बयान | भाजपा को जमकर घेरा!

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली, (21 सितंबर 2024)

दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी ने अरविंद केजरीवाल की अगले दिल्ली के चुनाव में CM के रूप में वापसी की उम्मीद जताते हुए भाजपा पर आरोप लगाया कि वह पिछले दो साल से दिल्ली के विकास कार्यों को रोकने की कोशिश कर रही है। उन्होंने प्रेसवार्ता में कहा कि अब जब केजरीवाल जेल से बाहर हैं, तो दिल्लीवालों के काम रुकने वाले नहीं हैं और भाजपा का कोई भी षड्यंत्र सफल नहीं होगा।

आतिशी ने कहा कि केजरीवाल का मुख्यमंत्री पद से अनुपस्थित होना सभी के लिए एक भावुक क्षण है। उन्होंने दिल्लीवासियों से अपील की कि उन्हें फरवरी में होने वाले चुनाव में मिलकर केजरीवाल को दोबारा मुख्यमंत्री बनाना है। उनका कहना था कि अगर ऐसा नहीं हुआ, तो भाजपा फ्री बिजली, पानी, सरकारी स्कूलों और मोहल्ला क्लीनिक जैसी महत्वपूर्ण सेवाओं को बंद कर सकती है।

सीएम आतिशी ने केजरीवाल के पिछले 10 वर्षों के कार्यों की सराहना की। उन्होंने बताया कि कैसे केजरीवाल ने आम आदमी की समस्याओं को समझते हुए दिल्ली की तस्वीर को बदल दिया। फ्री बिजली, बेहतर शिक्षा, और महिलाओं के लिए फ्री बस यात्रा जैसी योजनाओं का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि ये सभी सेवाएं दिल्लीवालों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए थीं।

आतिशी ने भाजपा के षड्यंत्रों का जिक्र करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने केजरीवाल के खिलाफ झूठे मुकदमे लगाए और उन्हें जेल में रखा। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला देते हुए कहा कि कोर्ट ने केजरीवाल की गिरफ़्तारी को दुर्भावनापूर्ण बताया है। यह बताते हुए उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने अपनी नैतिकता और ईमानदारी की मिसाल पेश की है, जब उन्होंने अदालत के फैसले के बावजूद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।

आतिशी ने दिल्लीवालों को आश्वासन दिया कि अब केजरीवाल के मार्गदर्शन में सभी समस्याएं हल होंगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली में कूड़ा उठाने, सड़कों की मरम्मत, पानी के बिलों की सही गणना, और अन्य जरूरी कार्य अब तेजी से होंगे। उनका संदेश स्पष्ट था: दिल्ली की जनता को एकजुट होकर केजरीवाल को फिर से मुख्यमंत्री बनाना है ताकि उनकी सेवाएं और योजनाएं निरंतर चलती रहें।

आतिशी ने अंत में कहा कि दिल्लीवासियों को चाहिए कि वे भाजपा के षड्यंत्रों के खिलाफ एकजुट हों और एक बार फिर अरविंद केजरीवाल को अपना मुख्यमंत्री बनाएं। यह चुनाव केवल एक राजनीतिक लड़ाई नहीं, बल्कि दिल्ली के विकास और लोगों की भलाई का सवाल है।