ऑप्टोमेट्री करियर की डिमांड क्या बढ़ रही है – आए जानते है डॉ. सुमित्रा से।

डॉ सुमित्रा अग्रवाल
डायरेक्टर आर्टिफीसियल ऑय को
बच्चों को हमने अक्सर ये कहते सुना है की बड़े होकर कुछ बनना है।  पर इसके साथ साथ ये चुनौती सामने होती है की क्या बनना है ? क्या पढ़ना है ? हर बच्चा डॉक्टर, इंजीनियर नहीं बन सकता तो उनको कोनसा करियर लेना चाहिए। माता पिता भी कई बार ये बताने में असमर्थ होते है क्योकि समय के साथ करियर ऑप्शन्स बदल गए है , वो डॉक्टर , इंजीनियर, टीचर, वकील , पुलिस इन्ही को करियर ऑप्शन समझते आ रहे है।
करियर सिलेक्शन के समय सही मार्ग दर्शक हमेशा नहीं भी मिलते है।  आज चर्चा करेंगे ऑप्टोमेट्री की जो की एक अच्छा करियर ऑप्शन है।
ऑप्टोमेट्री एक बेहतरीन और उभरता हुआ करियर विकल्प है, खासकर भारत और विदेशों में। यह एक स्वास्थ्यसेवा का क्षेत्र है जिसमें नेत्रों से जुड़ी समस्याओं का निदान, इलाज और प्रबंधन शामिल है। ऑप्टोमेट्रिस्ट नेत्रों की जांच करते हैं, दृष्टि से संबंधित समस्याओं का समाधान करते हैं, और चश्मे या कॉन्टैक्ट लेंस के लिए प्रिस्क्रिप्शन देते हैं।
भारत में ऑप्टोमेट्री करियर:
डिमांड: भारत में कंप्यूटर और स्मार्टफोन के बढ़ते उपयोग और दृष्टि संबंधी समस्याओं की वृद्धि के कारण ऑप्टोमेट्रिस्ट की मांग तेजी से बढ़ रही है। उम्र से जुड़ी आंखों की बीमारियां और दृष्टिदोष भी इस मांग को बढ़ा रहे हैं।
योग्यता (Qualification):
भारत में ऑप्टोमेट्री में करियर के लिए बैचलर ऑफ ऑप्टोमेट्री (B.Optom) या डिप्लोमा इन ऑप्टोमेट्री का कोर्स किया जाता है। यह कोर्स आमतौर पर 3-4 साल का होता है।
इसके अलावा कुछ संस्थान मास्टर्स और पीएचडी के विकल्प भी प्रदान करते हैं।
रोजगार के अवसर (Job Opportunities):
सरकारी और निजी अस्पतालों में नेत्र विशेषज्ञ (Eye Specialist) के रूप में काम।
ऑप्टिकल स्टोर्स में जॉब।
अपना खुद का नेत्र जांच क्लिनिक खोलने का विकल्प।
कॉन्टैक्ट लेंस और दृष्टि सहायक उपकरण (Low Vision Aids) में विशेषज्ञता।
वेतन (Salary):
एक फ्रेशर ऑप्टोमेट्रिस्ट की सैलरी भारत में ₹३ -५  लाख प्रति वर्ष होती है, और अनुभव के साथ यह ₹६ -१० लाख या उससे अधिक हो सकती है।
शहर, संस्थान और अनुभव के आधार पर सैलरी में फर्क हो सकता है।