रंजन अभिषेक (संवाददाता)
टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (03 जून 2024): संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित भारतीय इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा 2023 (IES) में AIR -5th रैंक हासिल करने वाले अंकित कुमार सिंह (Ankit Kumar Singh) से टेन न्यूज की टीम ने खास बातचीत की और उनके संघर्ष से सफलता तक की कहानी को आप पाठकों के समक्ष प्रस्तुत किया है। बता दें कि अंकित ने प्रतिष्ठित गलगोटिया विश्वविद्यालय (Galgotias University) से मैकेनिकल इंजीनियरिंग (Mechanical Engineering) की पढ़ाई की है। अंकित को ये शानदार कामयाबी उनके छठे प्रयास (6th Attempt) में मिली। अंकित ने टेन न्यूज से बातचीत में अपने संघर्षों की कहानी को साझा किया है और साथ ही नए अभ्यर्थियों को सफलता का मंत्र भी बताया।
बता दें कि अंकित कुमार सुल्तानपुर, उत्तर प्रदेश के मूल निवासी हैं और पांच बार असफलता हाथ लगने के बाद उन्हें ये शानदार कामयाबी हासिल हुई है।
टेन न्यूज से बातचीत के प्रमुख अंश:
Q. आपने UPSC IES में 5th रैंक हासिल किया है, अपनी यात्रा (Journey) के बारे में हमारे दर्शकों को बताइए?
जवाब देते हुए अंकित ने कहा कि उनकी कक्षा पहली से बारहवीं कक्षा तक की पढ़ाई सरस्वती विद्या मंदिर से हुई है।जिसके बाद 2011-15 तक गलगोटिया विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। साल 2015 से तैयारी शुरू किया और साल 2017 में पहला अटेंप्ट दिया। पांच बार असफलता हाथ लगने के बाद अंत में अपने छठे प्रयास में UPSC (IES) -2023 में कामयाबी मिली और AIR 5 हासिल किया।
Q. नए अभ्यर्थियों और तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों को क्या टिप्स देना चाहेंगे?
जवाब देते हुए अंकित ने कहा कि UPSC भारत का सर्वश्रेष्ठ नौकरी है और इसीलिए इसकी परीक्षा सबसे कठिन होती है। हमलोग तैयारी करते हैं अच्छी मेहनत करते हैं लेकिन प्रथम प्रयास में हमें निराशा हाथ लगती है और हम हताश हो जाते हैं। सबसे पहली गलतियां वहीं होती है कि असफलता हासिल होने के बाद हम उससे निकल नहीं पाते हैं और निरंतर मेहनत नहीं कर पाते हैं। हमें असफलताओं को छोड़कर फिर एकबार नए प्रयास के लिए जुटना चाहिए और सकारात्मक सोच के साथ मेहनत करना चाहिए।
अपनी कहानी बताते हुए अंकित ने कहा कि मुझे ही देख लीजिए मैंने 6 अटेम्प्ट दिए तब जाकर हमारा चयन (सिलेक्शन) हुआ। तो निश्चित रूप से निरंतर सकारात्मक सोच के साथ मेहनत करते रहिए और तैयारी में लगे रहिए। एक ना एक दिन निश्चित ही आपका चयन होगा। और पढ़ाई को घंटों में मत बाटिएं बल्कि पाठ्यक्रम (Syllabus) के मुताबिक एक लक्ष्य (Target) निर्धारित कीजिए और उस दिशा में अध्ययन जारी रखिए।
Q. आपने गलगोटिया विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है, आपके इस शानदार कामयाबी में वहां के फैकल्टीज (संकाय सदस्यों) का और प्रबंधन का क्या योगदान है?
जवाब में अंकित ने कहा कि, मैंने सत्र 2011-15 में गलगोटिया विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। वहां के लैब इक्विपमेंट्स ( प्रयोगशाला) एवं टीचर्स क्वालिटी (शिक्षकों की गुणवत्ता) काफी अच्छी थी और वहां पर एक कंपीटीशन (प्रतिस्पर्धा) का माहौल था, जिस कारण से पढ़ाई करने और तैयारी करने में काफी आसानी होती थी। साथ ही अंकित ने बताया कि गलगोटिया विश्वविद्यालय में बाजार एवं समय की मांग के अनुरूप कोर्सेज थे जिससे हमें सही दिशा में तैयारी करने में काफी आसानी हुई।
आगे उन्होंने कहा कि गलगोटिया विश्वविद्यालय का प्रबंधन (Management) शानदार है। वह अपने पुस्तकालयों (Library) को आधुनिक तरीके से सज्जित करके रखते हैं और साथ ही वहां कई गुणवत्तापूर्ण प्रोफेसरों एवं व्याख्याताओं का एक समूह (ग्रुप) है जो छात्रों के सफलता में काफी सहायक होते हैं।
Q. भारत में बढ़ती बेरोजगारी को लेकर आप क्या सोचते हैं और यह कितनी बड़ी चुनौती है?
अंकित ने कहा कि, हमारे देश की आबादी काफी बड़ी है। हम विश्व में पहले पायदान पर पहुंच गए हैं। तो यहां बेरोजगारी तो हमेशा रहेगी लेकिन बेरोजगारी का बहाना बनाकर स्वयं को आगे ना बढ़ाएं ये हमारी गलती है। किसी भी सरकार में बेरोजगारी रहेगी क्योंकि युवा इतने हो गए हैं कि इतनी नौकरियां पैदा करना संभव नहीं है, तो हम अपने स्किल्स को बढ़ाएं और आप जिस क्षेत्र में जाना चाहते हैं उस दिशा में ईमानदारी पूर्वक कार्य करें। सकारात्मक सोच के साथ स्वयं में बदलाव लाएं और स्वयं पर काम करें तो जरूर सफलता प्राप्त होगी।
Q. भारत में उद्यमिता, नवाचार एवं निवेश का क्या भविष्य देखते हैं?
जवाब देते हुए अंकित ने कहा कि, भारत GDP के मामले में पांचवें स्थान पर है और भारत विकाससील देश से विकसित देश की तरफ अग्रसर है। मौजूदा सरकार के सकारात्मक बदलाव एवं योजनाओं के कारण दुनिया भर की कम्पनियां भारत में निवेश के लिए आ रही है। भारत बढ़ता हुआ बाजार है और जो कंपनी की मांग है उसके अनुरूप यदि हम अपना स्किल्स डेवलप करते हैं तो हमारे पास कई जॉब ऑपरच्यूनिटीज मिलने वाले हैं। AI और रोबोटिक्स आ रही है तो ऐसे में हम अपने साथ देश के विकास में भी अपना योगदान दे सकते हैं केवल हमें अपने स्किल्स को डेवलप करने की आवश्यकता है।
भारत में EV के भविष्य पर बातचीत करते हुए अंकित ने कहा कि, क्लाइमेट चेंज और पॉल्यूशन एक गंभीर समस्या है और इससे निपटने के लिए EV एक काफी अच्छा सॉल्यूशन है। सरकार इस दिशा में काफी बढ़िया काम कर रही है, लोग इसके एडॉप्ट कर रहे हैं और साल 2035 तक सरकार के मुताबिक हम सत प्रतिशत EV का उपयोग करने लगेंगे। बस हमें इस दिशा में कुछ संरचनात्मक विकास कार्य (इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप) करना पड़ेगा और इसके कीमतों को थोड़ा कम करना पड़ेगा ताकि आम लोगों की पहुंच बन सके।
नए अभ्यर्थियों को दिया सफलता का मूल मंत्र
अंकित ने बातचीत के आखिरी हिस्से में अपने इस शानदार कामयाबी का श्रेय ईश्वर एवं अपने माता- पिता को दिया। साथ ही उन्होंने नए अभ्यर्थियों को सफलता का मंत्र बताते हुए कहा कि, आप सकारात्मक सोच के साथ निरंतर मेहनत करते रहिए, सफलता एक दिन आपको जरूर मिलेगी बस ध्यान भटकाव से बचें और निरंतर मेहनत करते रहे।
बता दें कि अंकित कुमार सिंह ने UPSC द्वारा आयोजित भारतीय इंजीनियरिंग सेवा (IES) -2023 की परीक्षा में AIR 5th रैंक हासिल किया है।।
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