चुनावी नतीजों से पहले, एग्जिट पोल के आधार पर बाजार की समीक्षा | टेन न्यूज नेटवर्क की विशेष रिपोर्ट

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली (3 जून‌ 2024): स्टॉक (Stock) की क़ीमत स्थानीय अर्थव्यवस्था एवं उस क्षेत्र के हालात, कंपनी का प्रबंधन, प्रॉफिट आफ्टर टैक्स, ग्रॉस रेवन्यू , डेब्ट रेश्यो आदि चीजों पर निर्भर करता है और स्टॉक मार्केट (Stock Market) इंडेक्स BSE का सेंसेक्स एवं NSE का निफ़्टी 50-डॉलर (Dollar)की क़ीमत, सोने (Gold) का भाव, आयल (Oil) की प्रति बैरल क़ीमत, अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक परिवेश, युद्ध, फ़ेडरल बैंक रेट कट, टॉप ग्लोबल स्टॉक (Global Stock) के इंडेक्स आदि कई चीजों में बदलाव पर निर्भर करता है।

देश में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) के सातों चरण पूरे हो चुके हैं। सभी की निगाहें लोकसभा चुनाव के परिणाम पर टिकी हुई है और कल यानी 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित होंगे। लोकसभा चुनाव 2024 के चुनावी नतीजों का स्टॉक मार्केट पर क्या प्रभाव पड़ने वाला है। क्या रहेगी बाजार की परिस्थितियां, Exit poll के आए नतीजों के बाद, इन सवालों से संबंधित सभी जानकारी, वर्तमान में बाजार की अस्थिरता में एग्जिट पोल के नतीजों के बाद स्थिरता कैसे आ सकती है, इन्हीं सब विषयों पर, Ten news ने Stock Market के विशेषज्ञ Nitin kedia Founder, kedia fincorp, National General Secretary- All India Jwellers and Goldsmith Federation और Anuj Mangal Mutual Fund Financial Advisor since 1988 (Ex. NSE Member), former founder, Trustee & Vice Chairman Mangalmay Group of Institution से खास बातचीत की है। वहीं इस कार्यक्रम का संचालन अपने अनोखे अन्दाज़ में मार्केटिंग गुरु एवं अर्थशास्त्र और स्टॉक मार्केट के एक्सपर्ट Dr. Rudresh Pandey, Professor, IMS Ghaziabad ने किया।

TEN NEWS से चर्चा के दौरान नितिन केडिया ने बाजार की स्थिति के बारे में बताते हुए कहा कि, 1991-1996 तक मनमोहन सिंह वित्त मंत्री रहे और 2004-2014 तक वह देश के प्रधानमंत्री रहे। जब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे उस समय देश में सबसे ज्यादा बाजार में वृद्धि और सेंसेक्स में ऊंचाई देखने को मिलती है। लेकिन अगर एनडीए सरकार की बात करें तो, इस समय बाजार में करीब यूपीए सरकार से मुकाबले एक तिहाई ही वृद्धि देखने को मिलती है। पिछले 10 सालों में सबसे ज्यादा देश में क्रांति लाने वाले कारक UPI, Solar System, और LED bulb रहे। आज देश में इन सभी कारकों के कारण देश की तस्वीर बदली है अगर वर्तमान सरकार एक बार फिर सत्ता में आती है तो वर्तमान पॉलिसीज पर काम करने के अधिक अवसर मिल सकते हैं। उन्होंने निवेशकों को सलाह दी कि इस समय बाजार में निवेश करना लाभदायक होगा। अगर हम पूर्व की बात करें तो 2004 में चुनावी सप्ताह के बाजार के नतीजे के अनुसार, जब यूपीए की सरकार बनी उस समय, 11% सेंसेक्स में गिरावट दर्ज की गई थी, लेकिन जल्द ही स्थिति में सुधार हुआ और सेंसेक्स का आंकड़ा दोगुना हो गया था। वहीं हम 15 मई 2009 के चुनावी नतीजों पर गौर करें, तो जो वर्तमान में सेंसेक्स की स्थिति 17000 है, वह 2009 में सेंसेक्स 12173 पर बंद हुआ, फिर सर्किट लगने के बाद, 14,930 पर खुला था। 2014 में तो मतदान के समय सेंसेक्स 22412 पर खुला। वहीं 2019 में यह आंकड़ा, 38000 तक पहुंच गया। आज वर्तमान में 2024 में यह आंकड़ा 65000 है। अगर 2004 से देखा जाए तो सेंसेक्स मैं करीब 10×10 वृद्धि देखी गई है।

म्युचुअल फंड में इन्वेस्ट करने वाले इन्वेस्टर के लिए वर्तमान समय में क्या बातें जानना जरूरी होगा और किन बातों को ध्यान में रखकर वह बाजार में इन्वेस्ट कर सकता है ?

इन सवालों के जवाब में म्युचुअल फंड के फाइनेंशियल एडवरटाइजर अनुज मंगल ने बताया कि, अगर देश में एनडीए की सरकार आती है तो इन्वेस्टर्स के लिए ग्रीन एनर्जी, इंफ्रास्ट्रक्चर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे क्षेत्रों में लोग निवेश कर सकते हैं। चुनावी नतीजे के बीच बाजार में असंतुलन देखने को मिलता है यह आम है क्योंकि यह तय नहीं हुआ होता कि देश में अब किसकी सरकार बनने वाली है। म्युचुअल फंड में निवेशकों को यह सलाह दी जाती है अगर वह स्टॉक मार्केट में निवेश करना चाहते हैं तो उन्हें लंबे समय के लिए निवेश करना चाहिए। यहां करीब 5 वर्षों के लिए निवेशक जब निवेश करते हैं तो उन्हें लाभ होने की संभावना बढ़ जाती है। अगर हम हायर एजुकेशन सेक्टर की बात करें तो यहां सन 2000 से निवेशकों की वृद्धि देखने को मिलती है। पूर्व में जो सरकारी शिक्षण संस्थान थे, लेकिन जब 1998 के बाद से निजी क्षेत्र का जो शिक्षा जगत में निवेश हुआ, उसके बाद से कई परिवर्तन देखने को मिलते हैं। जैसे इंजीनियरिंग के लिए आज कई निजी इंस्टीट्यूट भारत में मौजूद है, जो पहले निश्चित संख्या में थे। ‌निवेशकों के लिए वर्तमान समय में निवेश करने के सबसे बेहतरीन क्षेत्र इंफ्रास्ट्रक्चर, डिफेंस, रेलवे, सोलर ग्रीन एनर्जी और इलेक्ट्रिक बैटरीज के क्षेत्र जैसे क्षेत्र मौजूद हैं।

बता दें कि 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे आने वाले हैं। वहीं इस पूरी परिचर्चा में चुनाव के Exit poll आने के बाद स्टॉक मार्केट (Stock Market) में किस तरह का बदलाव देखने को मिलेगा इस पर यह विशेष रिपोर्ट तैयार की है। उम्मीद यह खबर आपको जरूर पसंद आई होगी आपको क्या लगता है कि चुनावी परिणाम स्टॉक मार्केट (Stock Market) की स्थिति क्या होगी पर अपनी राय हमारे कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें।।

 


प्रिय पाठकों एवं दर्शकों, प्रतिदिन दिल्ली की दस महत्वपूर्ण खबरों को पढ़ने Vijaychowk.com : नई दिल्ली न्यूज पोर्टल को विजिट करे एवं अपनी ई मेल सबमिट कर सब्सक्राइब भी करे। दिल्ली की विडियो न्यूज़ देखने के लिए TEN NEWS INDIA यूट्यूब चैनल’ को ज़रूर सब्सक्राइब करे।