नई दिल्ली| सरकार के नए नियम के अनुसार सिम कार्ड, पैन कार्ड और बैंक अकाउंट आदि को आधार नंबर से जोड़ना जरूरी कर दिया है. बैंक, पैन कार्ड या सिम कार्ड को आधार नंबर से जोड़ते समय सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि अब इसके जरिए फ्रॉड की भी कई खबरें भी सामने आने लगी हैं. इसी तरह जब एटीएम की शुरुआत हुई थी उस समय भी फ्रॉड की कई खबरें आती थी. 5 मिनट लोगों से बात कर उनका खाता साफ कर दिया जाता था.
दरअसल बाजार में एक युवक से सिम कार्ड को आधार नंबर से जोड़ने के बहाने 1.3 लाख रुपए लूट लिए गए. शाश्वत गुप्ता नाम के इस युवक ने अपनी इसी घटना को लेकर फेसबुक पर एक पोस्ट लिखा और बताया कि उनके पास एक फर्जी कॉल आई और उन्हें सिम कार्ड को आधार नंबर से लिंक करने के लिए कहा गया.
फर्जी कॉल करने वाले युवक ने शाश्वत को बताया कि वह अपनी सिम को आधार कार्ड से जोड़ लें, वरना उनका सिम कार्ड हमेशा के लिए बंद हो जाएगा. फोन करने वाले ने सिम कार्ड नंबर मांगा और जो कुछ भी पूछता गया शाश्वत सब बताता गया. आखिर में शाश्वत को पता चला कि उनके बैंक अकाउंट से 1.3 लाख रुपए निकल गए.
घटना सिर्फ शाश्वत के साथ ही नहीं हुई. कई लोग इस फर्जीवाड़े के शिकार हो चुके हैं. इसलिए आपके पास यदि ऐसा कोई कॉल आता है तो सावधान रहें और हो सके तो ऐसे नंबरों को शिकायत करें. कॉल या ऑनलाइन के जरिए सिम कार्ड आधार नंबर से लिंक नहीं हो सकता. अगर आप किसी से बात करते भी हैं तो अपने बैंक से जुड़ी कोई भी जानकारी किसी से साझा ना करें.
सिम को या किसी भी जरूरी कागज को आधार से जोड़ने के लिए आपको संबंधित सर्विस प्रोवाइडर के कस्टमर केयर जाना होगा. इस प्रक्रिया को पूरा करने लिए यूजर का फिंगर प्रिंट जरूरी है. इसलिए यदि ऐसी कोई कॉल आती है तो उसे किसी भी तरह की जानकारी ना दें.
बैंक का कर्मचारी या मैनेजर बनकर कोई आपको कॉल करे और कहे कि आपका एटीएम बंद हो जाएगा, आपको पैसे निकालने में दिक्कत होगी तो डरें नहीं क्योंकि ऐसा कुछ होता नहीं. सिर्फ आपको डराकर आपसे जरूरी जानकारी ले ली जाती है.
बैंक अकाउंट को आधार नंबर से लिंक संबंधित बैंक की अधिकृत वेबसाइट से ही करें या फिर बैंक की ब्रांच में जाकर पूरी प्रक्रिया करें.